काेरोना की तीसरी लहर हो सकती है घातक, श्रावणी मेले पर भविष्य में होगा फैसला – हेमंत सोरेन
Jharkhand News (देवघर) : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर काफी खतरनाक हो सकती है. इसलिए श्रावणी मेला लगाने पर भविष्य में विचार किया जायेगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधिमंडल की मांगों पर विचार करते हुए कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी एक सप्ताह का आदेश जारी हो चुकी है. अगले अनलॉक पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने पर विचार किया जायेगा. वहीं, तीर्थपुरोहितों के लिए राहत पैकेज की मांग को गंभीरता से लेते हुए सचिव विनय कुमार चौबे को अविलंब समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया.
Jharkhand News (देवघर) : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर काफी खतरनाक हो सकती है. इसलिए श्रावणी मेला लगाने पर भविष्य में विचार किया जायेगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधिमंडल की मांगों पर विचार करते हुए कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी एक सप्ताह का आदेश जारी हो चुकी है. अगले अनलॉक पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने पर विचार किया जायेगा. वहीं, तीर्थपुरोहितों के लिए राहत पैकेज की मांग को गंभीरता से लेते हुए सचिव विनय कुमार चौबे को अविलंब समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया.
वैक्सीन ले चुके भक्तों को बाबा मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने की मांग
मुख्यमंत्री से मिलकर पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने को लेकर एक प्रस्ताव दिया. जिसमें पुरोहितों ने कहा कि वैक्सीन ले चुके भक्तों को बाबा मंदिर में प्रवेश की अनुमति देते हुए मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोला जाये. वहीं, श्रावणी मेला में मंदिर को खोलने के लिए सभा की ओर से वैक्सीन लिये भक्त, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं सीमित संख्या में पूजा कराने का प्रस्ताव दिया. इसमें एक साथ 9000 श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन करते हुए जलार्पण करवाने की बात कही.
मुख्यमंत्री के समक्ष पुरोहितों ने चिंता जाहिर किया कि लगातार दूसरे साल कोविड महामारी के कारण बाबा मंदिर से जुड़े तमाम लोगों की अर्थव्यवस्था दयनीय हो गयी है. सभा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पिछले साल कोविड महामारी के दौरान एक जुलाई 2020 को ही राहत पैकेज देने की घोषणा हुई थी, लेकिन अाज तक नहीं मिला. इसके अलावा मंदिर प्रशासन की ओर से पुरोहितों के बीच अनाज देने की व्यवस्था का भी विरोध किया. इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन से इस संबंध में बात करके समाधान का भरोसा दिया.
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लाखराज जमीन की रिजस्ट्री के बारे में भी की चर्चा
धर्मरक्षिणी सभा ने मुख्यमंत्री से लखराज प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री की अनुमति देने की मांग की. पुरोहितों ने कहा कि भट्ठर धर्मशाला जिसे भट्ठर परिवार से खरीद कर यात्री सुविधा के लिए उपलब्ध कराया है. आज उस भट्ठर धर्मशाला की रजिस्ट्री धर्मरक्षिणी के नाम से नहीं हो पा रही है क्योंकि यह लखराज मौजा में अवस्थित है. इसके अलावा सभा ने 10 सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा और समाधान की दिशा में ठोस पहल करने की मांग की.
देवघर एयरपोर्ट का नाम बाबा बैद्यनाथ के नाम से हो
धर्मरक्षिणी सभा ने मुख्यमंत्री से मांग किया कि देवघर में जो एयरपोर्ट बन रहा है, उसका नाम बाबा बैद्यनाथ के नाम से हो. मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचने वालों में देवघर से धर्मरक्षिणी सभा अध्यक्ष डॉ सुरेश भारद्वाज, उपाध्यक्ष मनोज मिश्र, संजय मिश्र, महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, कोषाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद खवाड़े, समाज सेवी चंदन भारद्वाज आदि मौजूद थे.
धर्मरक्षिणी की अन्य मांगें
– देवघर हवाई अड्डा का नाम बाबा बैद्यनाथ के नाम से हो
– बाबाधाम एवं बासुकिनाथ धाम के पुरोहितों के लिए आर्थिक पैकेज की व्यवस्था की जाये
– मंदिर से संबधित दुकानदारों एवं व्यवसायियों को आर्थिक पैकेज मिले
– तीर्थ पुरोहित के बीच अनाज वितरण का कार्य बीते वर्ष की तरह सभा के माध्यम से किया जाये
– बाबा मंदिर से संबंधित सभी निर्माण कार्यों की जानकारी सभा को हो एवं सभा की अनुमति से कार्य हो
– कोरोना से मृत परिवारों को मुआवजा दिया जाये
– बाबा मंदिर व पार्वती मंदिर की छतों से वातानुकुलित यंत्र हटाकर छत की मरम्मत करायी जाये
– बाबा मंदिर में दैनिक संध्या महा आरती को बाधित करने के लिए मंदिर कर्मचारियों एवं प्रभारी के द्वारा आये दिन पत्र भेजकर मंत्रोच्चारण के लिए लगे ध्वनि विस्तारक यंत्र को हटाने का प्रयास हो रहा है. इस पर ध्यान दिया जाये.
Posted By : Samir Ranjan.