झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को रांची के बड़गाईं में दस्तावेजों में हेरफेर करके जमीन की खरीद-बिक्री मामले में गिरफ्तार किया गया है. उन्हें प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंडरिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है. अगस्त 2023 से जनवरी 2024 के बीच ईडी की ओर से हेमंत सोरेन को 10 समन भेजे गए. दो बार पूछताछ हुई. दूसरी बार बुधवार (31 जनवरी) को मुख्यमंत्री आवास में घंटों पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. राजभवन के बाहर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने खुद कहा कि मुख्यमंत्री को ईडी ने गिरफ्तार किया है.
दिन में करीब डेढ़ बजे ईडी की टीम भारी संख्या में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ सीएम आवास पहुंची. जांच के बाद उन्हें अंदर दाखिल होने दिया गया. कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद ईडी की टीम ने पूछताछ शुरू की. इसके पहले सीएम आवास, राजभवन और ईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. धारा-144 लगा दी गई. किसी तरह के धरना-प्रदर्शन या मीटिंग पर रोक लगा दी गई
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शाम होते-होते राजभवन और मुख्यमंत्री आवास के बाहर हलचल तेज हो गई. राजभवन के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई. उधर, सीएम आवास में तीन टूरिस्ट बसें पहुंच गईं. देखते ही देखते सूबे के सभी आला अधिकारी सीएम आवास पहुंचने लगे. सबसे पहले महाधिवक्ता आए. थोड़ी देर बाद वह बाहर निकले. इसके बाद आईजी और डीआईजी पहुंचे. फिर रांची के उपायुक्त और एसएसपी पहुंचे. इसके बाद राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए. इसके पहले दिन भर सत्ता पक्ष के विधायक सीएमओ में डटे रहे.
इस बीच सत्ता पक्ष की ओर से राज्यपाल से समय मांगा गया. राजभवन ने शाम को 7:50 बजे मिलने का समय दिया. इसके साथ ही मीडिया में चर्चा तेज हो गई कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं. राजभवन से समय मिलने के बाद मुख्यमंत्री का कारकेड सीएम आवास से बाहर निकला. इससे पहले हेमंत सोरेन ने ई़डी के चार अधिकारियों के खिलाफ एसटी-एससी थाने में नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई.
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इसके पहले तीन दिन तक झारखंड में सियासी हलचल मची रही. 29 जनवरी को हेमंत सोरेन की तलाश में ईडी की टीम दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास के साथ-साथ झारखंड भवन और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के आवास पर भी रेड मारी. हेमंत सोरेन उन्हें कहीं नहीं मिले. 29 जनवरी की रात कथित तौर पर हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से एक नीले रंग की बीएमडब्ल्यू कार और 36 लाख रुपए ईडी की टीम ने बरामद किए.
29 और 30 दिसंबर को दोपहर तक किसी को इस बात का पता नहीं था कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहां हैं. हालांकि, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के मुख्य प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य कह रहे थे कि मुख्यमंत्री निजी काम से कहीं गए हैं. वह जहां भी हैं, सुरक्षित हैं. लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि हेमंत सोरेन कहां थे.
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