झारखंड: ईडी ऑफिस के सामने से गुजर गया हेमंत सोरेन का काफिला, चिट्ठी लेकर सीएम आवास से आया डाकिया
आज सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ऑफिस में पूछताछ के लिए जाना था. सोमवार की दोपहर सीएम हेमंत सोरेन अपने आवास से निकले. सीएम के निकलते ही ईडी ऑफिस के बाहर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई, लेकिन सीएम का काफिली ईडी ऑफिस के सामने से गुजर गया.
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन छठे समन पर भी ईडी ऑफिस नहीं गए. हां, मुख्यमंत्री का काफिला दोपहर में सीएम आवास से निकलकर ईडी ऑफिस की ओर जरूर बढ़ा था, लेकिन सीएम की गाड़ी ईडी ऑफिस के सामने नहीं रुकी. जैसे ही सीएम हेमंत सोरेन अपने आवास से निकले, ईडी ऑफिस के बाहर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई, लेकिन सीएम का काफिली ईडी अधिकारियों के सामने से गुजर गया. ईडी ने उन्हें समन भेज कर पूछताछ के लिए 12 दिसंबर को दिन के 11:00 बजे रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था, लेकिन इस बार भी सीएम ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे. दरअसल, ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ के तहत सीएम हेमंत सोरेन के दुमका जाने का कार्यक्रम पहले से तय था. ऐसे में संभव है कि सीएम ईडी ऑफिस होते हुए दुमका की ओर निकल गए. हालांकि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से अभी तक ईडी के अधिकारियों को इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई थी.
सीएम आवास आया से डाकिया
मुख्यमंत्री के ईडी ऑफिस के सामने से गुजरने के बाद एक डाकिया सीएम आवास से चिट्ठी लेकर पहुंचा है. डाकिया ने बताया कि “सीएम ऑफिस से आया हूं, लेटर लेकर आया हूं, लेकिन अंदर क्या है ये पता नहीं.”
साहिबगंज अवैध खनन में ईडी ऑफिस पहुंचे थे सीएम
इससे पहले साहिबगंज अवैध खनन के मामले में भी सीएम हेमंत सोरेन को दो बार समन भेजा गया था. अवैध खनन के सिलसिले में जारी दूसरे समन पर वह पूछताछ के लिए हाजिर हुए थे. लेकिन, जमीन के सिलसिले में जारी समन को उन्होंने न्यायालय में चुनौती दी थी. हालांकि, राहत नहीं मिलने के बाद ईडी ने छठा समन जारी किया था. बता दें कि ईडी ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन खरीद की जांच के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन भेज कर 14 अगस्त को हाजिर होने का निर्देश दिया था. लेकिन, मुख्यमंत्री ने ईडी पर राजनीतिक विद्वेष से काम करने का आरोप लगाते हुए समन वापस नहीं लेने की स्थिति में न्यायालय की शरण में जाने की बात कही थी. इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत नहीं दी और हाइकोर्ट में अपनी बात कहने का मौका दिया. हाइकोर्ट से भी उन्हें किसी तरह की राहत नहीं मिली. इस बीच ईडी की ओर से उन्हें समन भेजा जाता रहा है.
सीएम को अब तक कितने समन, और कब-कब
जमीन के सिलसिले में पूछताछ के लिए सीएम को भेजा जानेवाला यह छठा समन था, लेकिन सीएम छठे समन पर भी हाजिर नहीं हुए. इस मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पहली बार समन जारी कर 14 अगस्त को रांची स्थित रीजनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. हाजिर नहीं होने पर दूसरी बार समन जारी किया गया, लेकिन वे दूसरी बार भी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे. इस तरह से उन्हें अब तक 6 बार समन भेजा जा चुका है, लेकिन वे छठे समन पर भी ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे.
पहला समन : 8 अगस्त को भेजा गया, 14 अगस्त को हाजिर होने का था निर्देश
दूसरा समन : 19 अगस्त को भेजा गया, 24 अगस्त को हाजिर होने का था निर्देश
तीसरा समन : 1 सितंबर को भेजा गया, 9 सितंबर को हाजिर होने का था निर्देश
चौथा समन : 17 सितंबर को भेजा गया, 23 सितंबर को हाजिर होने का था निर्देश
पांचवा समन : 26 सितंबर को भेजा गया, 4 अक्टूबर को हाजिर होने का था निर्देश
छठा समन : 11 दिसंबर को भेजा गया, 12 दिसंबर को हाजिर होने का था निर्देश
क्या है पूरा मामला
सीएम हेमंत सोरेन को ईडी समन भेजे जाने का पूरा मामला जमीन घोटाला मामला से जुड़ा है. दरअसल, दक्षिणी छोटानागपुर के तत्कालीन आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी की रिपोर्ट के आधार पर ईडी ने जमीन घोटाले की जांच शुरू की थी. मामला सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ा है. रिपोर्ट में कहा गया था कि फर्जी नाम-पता के आधार पर झारखंड में सेना की जमीन की खरीद-बिक्री हुई है. इस सिलसिले में रांची नगर निगम ने प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. ईडी ने उसी प्राथमिकी के आधार पर ईसीआईआर दर्ज करके जांच शुरू की थी. दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के अलावा आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जा के सिलसिले में मुख्यमंत्री से पूछताछ के लिए ईडी की ओर से बार-बार समन भेजा जा रहा है.
Also Read: क्या ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सीएम हेमंत सोरेन की बढ़ेगी मुश्किलें ? राज्यपाल ने कही बड़ी बात