दिल्ली से ज्यादा हाईटेक है रांची का मॉडल स्कूल! डिजिटल बोर्ड सहित इन सुविधाओं से है लैस
झारखंड में कुल 80 उत्कृष्ट विद्यालय का उद्घाटन आज सीएम हेमंत सोरेन रांची के धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय से करेंगे. इन विद्यालयों में मिलने वाली सुविधा किसी निजी स्कूल के कम नहीं होंगे. ऐसे में आइए जानते है विस्तार से कि राज्य को आज मिलने वाली सौगात की क्या है विशेषता.
Jharkhand Model School : राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज राज्य को एक और सौगात देने जा रहे है. झारखंड में कुल 80 उत्कृष्ट विद्यालय का उद्घाटन आज सीएम हेमंत सोरेन रांची के धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय से करेंगे. इन विद्यालयों में मिलने वाली सुविधा किसी निजी स्कूल के कम नहीं होंगे. ऐसे में आइए जानते है विस्तार से कि राज्य को आज मिलने वाली सौगात की क्या है विशेषता.
स्कूल में हर जरूरी सुविधा का रखा गया ध्यान
रांची के धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय को भी मॉडल स्कूल के तर्ज पर बनाया गया है. साथ ही कहा जा सकता है कि राज्य के इतिहास में पहली बार किसी सरकारी स्कूल को निजी स्कूल के तर्ज पर विकसित किया गया है. हालांकि, दिल्ली में भी सरकारी स्कूल को बेहतर और हर जरूरी सुविधा से लैस करने की कोशिश रही है. ऐसे में कहा जा रहा है कि इस स्कूल में डिजिटल मोड पर कई काम किये जाने है. कंप्युटर लैब, लाइब्रेरी सहित स्मार्ट बोर्ड और क्लासरूम भी स्मार्ट ही रखा गया है.
पार्किंग के लिए दो शेड, दो प्लेग्राउन्ड का भी निर्माण
साइकिल से स्कूल आने वाले बच्चों की बात करें तो पार्किंग के लिए दो बड़े-बड़े शेड का निर्माण किया गया है. इसमें करीब 400 से 500 तक साइकिल लग पाने की बात कही जा रही है. साथ ही बच्चों के खेलने के लिए दो-दो प्लेग्राउन्ड का निर्माण किया गया है. एक ग्राउन्ड में फुटबॉल खेलने की व्यवस्था की गयी है, वहीं, दूसरे ग्राउन्ड में बच्चे क्रिकेट, कबड्डी, सहित कई स्पोर्ट्स खेल सकते है. साथ ही इन ग्राउन्ड के आसपास पेड़ भी लगाए जा रहे है ताकि बच्चों को धूप भी ना लगें.
एंट्री गेट पर सुरक्षा गार्ड, कभी नहीं होगा जलजमाव
आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि बारिश के दिनों में कई सरकारी स्कूल पानी से लबालब हो जाता है. ऐसे में इस मॉडल स्कूल के प्रांगण में ऐसे मार्बल का इस्तेमाल किया गया है जहां बारिश में भी पानी का जमाव नहीं होगा. सुरक्षा के नजरिए से अगर बात करें तो स्कूल के एंट्री गेट के पास ही गार्ड रूम का भी निर्माण किया गया है ताकि कोई भी असामाजिक तत्वों से स्कूल के बच्चों को परेशानी ना हो.
प्रधानाचार्यों की भी हुई है ट्रेनिंग
नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप द्वारा 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रिन्सपल को ऑनलाइन प्रशिक्षण दो चरणों में दिया गया है. इसके अलावा, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का प्रशिक्षण भी दो चरणों में पूरा किया जा चुका है. ऐसे में कई नई सुविधाओं के साथ झारखंड को आज 80 नए सरकारी स्कूल मिलने वाले है.