20 point programme in jharkhand, jharkhand Congress monitoring committee 20 रांची : सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति व निगरानी समिति में जगह पाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं में सरगर्मी तेज हो गयी है. समिति में स्थान पाने को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में होड़ मची है. कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय के साथ-साथ नेताओं के घर पहुंच कर बॉयोडाटा जमा करा रहे हैं. इन दोनों समितियों में गठबंधन दलों के लगभग डेढ़ हजार कार्यकर्ताओं की भगीदारी सुनिश्चित की जा सकती है. झारखंड में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
झारखंड दौरे पर आये कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति व निगरानी समिति का गठन जनवरी माह में कर लेने की बात कही थी. इसे लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी. साथ ही पार्टी स्तर पर एक समिति भी गठित की है, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश व कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर को रखा गया है. इन्हें समिति में शामिल करने को लेकर फॉर्मूला तय करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
चुनाव में सीट बंटवारे को आधार बनाने की तैयारी : पार्टी सूत्रों के अनुसार फॉर्मूला तय करने को लेकर पार्टी के नेता 27 जनवरी को बैठक कर सकते हैं. इसमें विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को आधार बनाने की तैयारी की जा रही है. विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत कांग्रेस पार्टी 31 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.
वहीं झामुमो 43 व राजद सात सीटों पर चुनाव लड़ा था. जिन विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन के विधायक जीते हैं, वहां पर दूसरे दलों के कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर विचार-विमर्श किया जायेगा. इन दोनों समितियों में गठबंधन के सबसे बड़े दल झामुमो को 60 प्रतिशत, कांग्रेस को 35 प्रतिशत व राजद को पांच प्रतिशत पदों पर अपने कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने को लेकर विचार किया जा रहा है.
प्रत्येक विधानसभा को प्रखंडवार बांट कर गठबंधन दलों के कार्यकर्ताओं को भागीदारी देने पर भी मंथन होना है. फॉर्मूला तय होने के बाद गठबंधन में शामिल घटक दलों की सहमति से आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
इस संबंध में पूछे जाने पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि समिति के सदस्यों को बैठक कर फॉर्मूला तय करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. इसके बाद ही तय होगा कि कहां-कहां पर किस दल के कार्यकर्ताओं को जगह दी जा सकती है. कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि किसी भी कार्यकर्ता से बॉयोडाटा नहीं मांगा जा रहा है. फॉर्मूला तय होने के बाद ही सारी स्थिति स्पष्ट होगी.
Posted By : Sameer Oraon