तीन दिन से झारखंड के नाराज कांग्रेस विधायक दिल्ली में, आलाकमान नहीं दे रहा समय

कांग्रेस के नाराज विधायकों से झारखंड के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बातचीत की है. रांची में शपथ ग्रहण से पूर्व और दिल्ली में भी इन विधायकों से प्रभारी मीर की बात हुई थी. प्रभारी गुलाम अहमद ने विधायकों की समस्याएं सुनी और नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2024 12:45 PM
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रांची : कांग्रेस के आठ नाराज विधायक पिछले तीन दिनों में पार्टी आलाकमान से नहीं मिल पाये. मंत्रिमंडल बंटवारे से नाराज विधायक शनिवार की देर शाम रांची छोड़कर हवाई जहाज से दिल्ली चले गये थे. विधायकों ने कहा था कि वह अपनी बातें केंद्रीय नेतृत्व के पास रखेंगे. नाराज विधायक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खरगे और महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलना चाहते थे. लेकिन सूचना के मुताबिक विधायकों को अब तक समय नहीं मिल पाया है. दिल्ली दरबार कांग्रेस के नाराज विधायकों को भाव नहीं दे रहा है. इधर, दिल्ली पहुंच कर विधायकों ने एक रिसॉर्ट में डेरा जमाया था. सोमवार को विधायकों ने रिसॉर्ट छोड़ दिया है. प्रदेश के नेताओं से भी दूरी बना ली है. इधर, प्रदेश नेतृत्व भी विधायकों के नये ठिकाने का पता लगाने में जुटा है.

प्रभारी ने आलाकमान को किया है अपडेट : 

कांग्रेस के नाराज विधायकों से झारखंड के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बातचीत की है. रांची में शपथ ग्रहण से पूर्व और दिल्ली में भी इन विधायकों से प्रभारी मीर की बात हुई थी. प्रभारी गुलाम अहमद ने विधायकों की समस्याएं सुनी और नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है. उन्होंने विधायकों को आश्वासन दिया था कि आप के जो भी कार्य होंगे संबंधित विभाग के मंत्री उसको गंभीरता से लेकर शीघ्र निदान करेंगे. मंत्रियों के काम की भी मॉनिटरिंग होगी.

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नाराज विधायकों ने बनाया है व्हाट्स ऐप ग्रुप : 

नाराज विधायकों ने एक व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाया है. पहले इस ग्रुप में 12 विधायक थे. इसमें चार विधायक दिल्ली नहीं गये. इसके बाद यह व्हाट्स ऐप भी छोटा हो गया है. विधायक इसी ग्रुप में सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं. इस पूरे प्रकरण पर प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि विधायक हमारे साथ हैं. पार्टी पूरी तरह से इंटैक्ट है. विधायकों की कुछ पीड़ा रही होगी, केंद्रीय नेतृत्व को बताना चाहते हैं. इसलिए दिल्ली गये हैं. केंद्रीय नेतृत्व से मिलने में क्या परेशानी है.

आठ विधायक तो मंत्री बन नहीं सकते : राजेश कच्छप

पार्टी के फैसले से नाराज चल रहे राजेश कच्छप ने फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि हम केंद्रीय नेतृत्व से दिल्ली बात करने आये हैं. हम अपनी भावना से अवगत कराना चाहते हैं. हमारी इतनी शिकायत है कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले विधायकों की राय ली जानी चाहिए थी. हम सभी मंत्री तो बन नहीं सकते हैं. यहां आठ विधायक हैं, सभी मंत्री बनने तो नहीं आये हैं. लेकिन दो या तीन को तो बनाया जा सकता था. हमने प्रभारी गुलाम अहमद मीर और पूर्व प्रभारी उमंग सिंगार से बात की है. हमारी बातों को वह आलाकमान तक पहुंचा देंगे.

केसी वेणुगोपाल विधायकों के तरीके पर हैं नाराज

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कुछ नाराज विधायकों से फोन पर बात की है. उन्होंने विधायकों के विरोध के तरीके पर नाराजगी जतायी है. महासचिव वेणुगोपाल ने प्रदेश नेतृत्व से भी अपडेट लिया है.

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