इन दो गलतियों की वजह से बंट गयी मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट में एक्सपायरी दवा, जांच रिपोर्ट में खुलासा
मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट में एक्सपायरी दवा बंटने के मामले में जांच रिपोर्ट सामने आ गयी है. जिसमें दो स्तर पर गलतियां होने का जिक्र है. पहली चूक सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से की गयी, जबकि दूसरी गलती सदर अस्पताल की ओर से की गयी.
रांची : मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट में संक्रमितों को एक्सपायरी दवा बांटने के मामले में जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है. संभावना है कि रविवार को रिपोर्ट रांची उपायुक्त को सौंप दी जायेगी. सूत्रों के अनुसार, जांच रिपोर्ट में दो स्तर पर गलतियां होने का जिक्र है. इसमें पहली चूक सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से की गयी, जबकि दूसरी गलती सदर अस्पताल की ओर से की गयी.
जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि 31 दिसंबर को सदर अस्पताल से जिन संक्रमितों को डिस्चार्ज करते हुए उन्हें होम आइसोलेशन में भेजा गया था, उसे दिये गये किट में एंटी एलर्जी लेवोसेल-एम (लिवोसिट्रिजिन एंड मोंटेलुकास) नामक एक्सपायर दवा डाली गयी थी. सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से एक जांच रिपोर्ट तैयार कर एनएचएम को भेजी गयी.
इसमें भी मानवीय चूक की बात सामने आयी है. आपको बता दें कि कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन किट में एलर्जी की एक्सपायर दवा मिलने की शिकायत के बाद रांची उपायुक्त ने एक जांच टीम गठित कर रिपोर्ट देने को कहा था. जांच रिपोर्ट में अस्पताल के साथ ही सिविल सर्जन कार्यालय व स्टोर को भी जिम्मेदार बताया गया है.
Posted by : Sameer Oraon