रांची : झारखंड में लॉकडाउन का असर दिखने लगा है. बुधवार (25 मार्च, 2020) की सुबह से ही लोगों ने जरूरी सामानों की खरीदारी शुरू कर दी. फलस्वरूप दुकानदारों ने सामान की कीमतें बढ़ा दी हैं. चतरा जिला के इटखोरी बाजार में सुबह-सुबह जरूरी सामानों की खरीदारी करने के लिए लोग निकल पड़े. लोगों की भीड़ देखते ही दुकानदारों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी. मंगलवार (24 मार्च, 2020) तक 650 रुपये प्रति कट्टा बिकने वाले आलू की कीमत 25 मार्च, 2020 को बढ़कर 950 रुपये हो गयी.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात 8 बजे पूरे देश में अगले 21 दिन तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा की. यानी 14 अप्रैल, 2020 तक पूरे देश में लोग कहीं आ-जा नहीं सकेंगे. जो जहां है, वहीं रहेगा. निजी कंपनियों में छुट्टी रहेगी. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर तमाम कार्यालय बंद रहेंगे, ताकि लोग एक-दूसरे के संपर्क में न आयें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना से संक्रमित एक मरीज सैकड़ों लोगों को संक्रमित कर सकता है.
इसलिए लोगों से अपील की जा रही है कि वे अपने घरों में रहें. सरकार ने स्पष्ट किया है कि जरूरी सामानों की आपूर्ति जारी रहेगी. यही वजह है कि भारतीय रेल की यात्री सेवाएं बंद रहेंगी, लेकिन मालगाड़ियों को चलने की इजाजत दी गयी है, ताकि रोजमर्रा और चिकित्सा से जुड़ी चीजों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाया जा सके.
सरकार की बार-बार की अपील के बावजूद लोग मान नहीं रहे हैं और घरों से बाहर निकल रहे हैं. लोगों के इसी आचरण की वजह से महाराष्ट्र में सरकार को कर्फ्यू लगाना पड़ा. झारखंड के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्यस्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.
उन्होंने सभी उपायुक्तों को जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में उचित ढंग से कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन होने के कारण अन्य राज्यों से झारखंड वापस आने वाले लोग कोरोना वायरस से संक्रमित भी हो सकते हैं. इसलिए राज्य सरकार ने पूरे राज्य में बंद लागू किया है, ताकि यह बीमारी अपने तीसरे स्टेज (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) में न पहुंचे.
उन्होंने कहा कि जो भी लोग बाहर से आये हैं, वह होम कोरेंटाइन (घर में अकेले रहें) का सख्ती से पालन करें. श्री कुलकर्णी ने कहा कि कोरोना वायरस से ग्रसित मरीज के परीक्षण हेतु सभी जिलों में सैंपल के कलेक्शन के लिए किट्स उपलब्ध कराये जा चुके हैं. अतः इसके लिए रांची आने की आवश्यकता नहीं है.