झारखंड में 2.3 तो इस जिले में 23 फीसदी के हिसाब से मिल रहे संक्रमित, फिर भी जांच की गति बेहद धीमी
झारखंड में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं फिर भी जांच की गति बेहद धीमी है. राज्य में जहां 2.3 प्रतिशत के हिसाब से संक्रिमत मिल रहे हैं तो वहीं रांची जिले में 23 फीसदी के हिसाब दर संक्रमित मिल रहे हैं. वो भी ज्यादातर जांच एंटीजन किट के माध्यम से हो रहा है
रांची : झारखंड में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, जांच की गति बहुत धीमी है. राज्य में रोजाना 9,000 से भी कम जांच हो रही है. वहीं, आरटीपीसीआर जांच कुछ सेंटर पर ही हो रही है. यह कुल जांच का मात्र पांच से 10 फीसदी है. 90 से 95 फीसदी जांच एंटीजन किट से की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 2.3 व रांची में 15 से 23 फीसदी के हिसाब से संक्रमित मिल रहे हैं.
आरटीपीसीआर जांच बढ़ने से संक्रमितों का आंकड़ा और अधिक बढ़ने की संभावना है. रांची में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख कर मैन पावर और फंड उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का फैलाव रोकने के लिए जांच का दायरा बढ़ाना होगा और टीकाकरण में गति लानी होगी.
इधर,स्वास्थ्य विभाग ने जांच बढ़ाने के निर्देश दिये हैं, लेकिन जिलों में भुगतान नहीं होने के कारण निजी एजेंसी द्वारा जांच, टीकाकरण और सैंपलिंग का काम बंद कर दिया है. रांची जिला में निजी एजेंसी का 7,38,40,865 रुपये लंबित है. जांच के मद में 4,29,52,040, भोजन मद में 2,03,18,560 और दवा मद में 1,05,70,265 रुपये बकाया है.
5,10,888 लोगों को लग चुका है बूस्टर डोज :
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य में बूस्टर डोज फ्री दिया जा रहा है. राज्य के सभी जिलों में बूस्टर डोज लगना शुरू हो गया है. राज्य में अब तक 18 से 59 साल (16 जुलाई तक) के 5,10,888 लोगों को बूस्टर डोज लग चुका है. राज्य में 2,12,17,122 को बूस्टर डोज देने का लक्ष्य है.
Posted By: Sameer Oraon