Jharkhand Coronavirus Update : कोरोना के प्रति लापरवाही इन तीन जिलों को पड़ी भारी, महज 10 दिनों में 35 से 45 फीसदी तक बढ़े संक्रमित
इस मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य के जिन जिलों में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही, वहां निश्चित ही कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है. लोग न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही दो गज दूरी का पालन कर रहे हैं. अगर लापरवाही का आलम यही रहा, तो संक्रमितों की संख्या और बढ़ सकती है.
Jharkhand News, jharkhand coronavirus cases update रांची : कोरोना को लेकर बरती जा रही लापरवाही के कारण राज्य में दोबारा संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. लोहरदगा, गुमला और देवघर में पिछले 10 दिनों में संक्रमितों की संख्या तेजी से इजाफा हुआ है. देवघर में 15 फरवरी को कुल सात संक्रमित थे, जो 25 फरवरी को बढ़ कर 18 हो गये. गुमला में संक्रमितों की संख्या 45 फीसदी की दर से बढ़ी. यहां दो हफ्ते में संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 18 से 26 हो गयी है. वहीं, लोहरदगा में संक्रमितों की संख्या में 37 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हुई है और संक्रमितों की संख्या 19 से बढ़ कर 25 हो गयी है.
इस मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य के जिन जिलों में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही, वहां निश्चित ही कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है. लोग न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही दो गज दूरी का पालन कर रहे हैं. अगर लापरवाही का आलम यही रहा, तो संक्रमितों की संख्या और बढ़ सकती है.
हालांकि, जांच की संख्या में बढ़ोतरी होने पर भी नये संक्रमित बढ़े हैं. देवघर में 10 दिनों में दो गुना संक्रमित मिले हैं, तो जांच भी 10 गुना से ज्यादा हुई है. 15 फरवरी को यहां 120 सैंपल की जांच हुई थी, जबकि 25 फरवरी को यहां 1355 सैंपलों की जांच हुई है. वहीं, गुमला में जांच की दर छह गुना बढ़ी है. चिंता की बात लोहरदगा के लिए, जहां जांच की संख्या नहीं बढ़ी है, लेकिन संक्रमित बढ़े हैं.
रहें सावधान. कोरोना के प्रति लापरवाही पड़ रही भारी
10 दिन पहले तक तीन जिलों में स्थिति थी नियंत्रित, अब 35 से 45 फीसदी तक बढ़े संक्रमित
जांच की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण भी ज्यादा संख्या में मिल रहे हैं कोरोना संक्रमित
कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाये. मास्क, सामाजिक दूरी व सैनिटाइजेशन को अपने जीवन में शामिल करें. इससे आपका ही फायदा होगा.
डॉ कामेश्वर प्रसाद, निदेशक रिम्स
Posted By : Sameer Oraon