Coronavirus In Jharkhand रांची : झारखंड के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की आशंका निर्मूल साबित हुई. राज्य सरकार ने विशेषज्ञों के कहने पर 25 मई से राज्य के ग्रामीण इलाकों में सघन जन स्वास्थ्य सर्वे और रेट टेस्टिंग अभियान चलाया. इसमें घर-घर जाकर लोगों की जांच की गयी, पर ग्रामीण इलाकों में संक्रमण नगण्य रहा. केवल पूर्वी सिंहभूम ऐसा जिला है जहां आठ दिनों में 146 संक्रमित मिले. आठ जिलों में सिंगल डिजिट में संक्रमित मिले हैं, जबकि सिमडेगा एकमात्र जिला है, जहां के ग्रामीण इलाकों में एक भी संक्रमित नहीं है.
शेष 15 जिलों में 10 से अधिक और 100 से कम संक्रमित मिले हैं. अभियान के तहत दो जून तक कुल 42,98,993 घरों के 2,13,54,053 व्यक्तियों का सर्वे किया गया है. लक्षणों के आधार पर 1,55,426 की रैपिड एंटीजेन टेस्ट की गयी. इनमें 36 बच्चों समेत 811 संक्रमित मिले हैं.
-
सिमडेगा के ग्रामीण इलाकों से एक भी संक्रमित नहीं मिला, सबसे अधिक पूर्वी सिंहभूम में 146 मिले
-
चतरा, धनबाद, गोड्डा, जामताड़ा, कोडरमा, पाकुड़ और सरायकेला में सिंगल डिजिट में मिले संक्रमित
-
पश्चिमी सिंहभूम, साहिबगंज, रांची, हजारीबाग व बोकारो में 50 से अधिक व एक सौ से कम संक्रमित मिले
रांची. राज्य के सभी जिला अस्पतालों में पोस्ट कोविड केयर विंग की स्थापना की जायेगी. इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी उपायुक्तों को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि प्राय: कोविड के बाद ठीक होने वाले कुछ मरीजों में थकान, शरीर दर्द, खांसी, गले में खरास, सांस लेने में परेशानी समेत कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं. ऐसे में कोविड से ठीक होने वाले रोगियों की समुचित देखभाल व उपचार जरूरी है.
सभी जिला अस्पताल में एक-एक चिकित्सकीय परामर्शी कक्ष, मानसिक रोग परामर्शी कक्ष, फिजियोथेरेपी कक्ष के साथ पोस्ट कोविड केयर विंग की स्थापना जरूरी है. यह विंग प्रतिदिन 10 बजे से 12:30 बजे तक संचालित होगा.
अभियान के दौरान अब तक कुल 14,070 व्यक्तियों में टीबी के लक्षण पाये गये हैं. 1,00,968 व्यक्तियों में डायबिटीज के लक्षण पाये गये हैं. कुल 1,02,940 व्यक्तियों में बीपी व हृदय रोग के लक्षण पाये गये हैं.
Posted By : Sameer Oraon