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संक्रमित पाये जाने पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग
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बाहर से आनेवाले यात्रियों पर विशेष नजर रखने का निर्देश
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विदेश से आनेवाले लोगों की पूरी सूची उपायुक्तों को रखनी होगी
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रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, देवघर में विशेष सावधानी पर जोर
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हाई रिस्क वाले देश या क्षेत्रों से आनेवाले लोगों पर नजर रखी जायेगी
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कल से पूरे राज्य में लागू होगा आदेश, शत-प्रतिशत टीकाकरण पर जोर
रांची : कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर झारखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है. अगर अंतरराष्ट्रीय यात्री पॉजिटिव मिलेंगे, तो उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का आदेश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र और डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देश के अनुरूप झारखंड को भी अलर्ट पर रखा गया है. सभी जिलों के उपायुक्तों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश है.
खासकर बाहर से आनेवाले यात्रियों पर नजर रखने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल नये वैरिएंट का पूरे देश में कोई केस नहीं है. फिर भी राज्य सरकार ने विशेष एहतियात बरतने का निर्देश दिया है. ऐसे में हाई रिस्क वाले देश या क्षेत्राें से आनेवाले लोगों पर नजर रखी जायेगी. यह निर्देश एक दिसंबर से पूरे राज्य में लागू हो जायेगा. वहीं उपायुक्तों काे कहा गया है कि वह अपने-अपने जिला में कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराये. वहीं कोरोना के टीकाकरण में तेजी लाने और शतप्रतिशत टीकाकरण पर जोर दिया गया है.
विभाग ने आदेश दिया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आनेवाले लोगों की आरटीपीसीआर जांच करानी होगी. साथ ही विदेश से आनेवालों की कांटैक्ट ट्रेसिंग भी करनी है. जो लोग कोरोना पॉजिटिव पाये जायेंगे, उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भी भेजा जायेगा. विदेश से आनेवाले लोगों की पूरी सूची उपायुक्तों को रखनी है. साथ ही राज्य में रह रहे उनके परिजनों की सूची भी रखनी है, जिससे कांटैक्ट ट्रेसिंग आसानी से हो सके. विभाग ने रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो व देवघर में सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
सचिव ने वैसे जिलों में टीकाकरण तेज करने को कहा है, जहां गति धीमी है. 69% के टीकाकरण वाले जिलों में गुमला, लोहरदगा, पलामू, गढ़वा, लातेहार, गिरिडीह, चतरा, धनबाद, पं सिंहभूम, सिमडेगा, खूंटी, देवघर, गोड्डा, सरायकेला और साहेबगंज शामिल हैं. वहीं 32% वाले जिलों में चतरा, लातेहार, गिरिडीह, गुमला, साहिबगंज, गढ़वा, लोहरदगा, पसिंहभूम, सरायकेला, धनबाद, पाकुड़, बोकारो, जामताड़ा हैं, जहां आंकड़ा कम है.