jharkhand coronavirus update today : कोरोना निगेटिव होने पर भी निगरानी होगी, पोस्ट कोविड केयर सेंटर खुलेंगे

झारखंड में पोस्ट कोविड केयर सेंटर खुलेंगे

By Prabhat Khabar News Desk | October 22, 2020 5:24 AM

रांची : कोरोना संक्रमण को मात दे चुके लोगों की बाद में होनेवाली परेशानियों को दूर करने के लिए राज्य में छह पोस्ट कोविड केयर सेंटर (पीसीसीसीसी) खोले जा रहे हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने आदेश जारी कर दिया है. श्री कुलकर्णी ने कहा है कि सभी पीसीसीसीसी में कोरोना से ठीक हुए मरीजों की परेशानियों के प्रबंधन, फॉलोअप व परामर्श की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी.

इसके लिए गाइडलाइन भी बनायी गयी है. मरीज को डिस्चार्ज होने के दो सप्ताह बाद पहली बार फॉलोअप जांच के लिए पीसीसीसी में आना होगा. प्रारंभिक चरण में राज्य के छह अस्पतालों में पोस्ट कोविड केयर एंड काउंसिल सेंटर (पीसीसीसीसी) बनाये जायेंगे. इन अस्पतालों में रिम्स (रांची), टीएमएच (जमशेदपुर), बीजीएच (बोकारो), एसएनएमएमसीएच (धनबाद), सेंट्रल हॉस्पिटल (धनबाद) और एसबीएमसीएच (हजारीबाग) शामिल है. सचिव ने शीघ्र ही इन अस्पतालों में पीसीसीसीसी स्थापित करने का निर्देश दिया है. कोविड सेंटर से मरीज के डिस्चार्ज होने के समय ही उसे सामान्य तौर पर होनेवाली परेशानियों के बारे में बताया जायेगा.

साथ ही पीसीसीसीसी में जाने सलाह भी दी जायेगी. लक्षणवाले मरीज या जिन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था, उन्हें महीने में एक बार केंद्र पर आकर जांच करानी होगी.

स्वास्थ्य सचिव का आदेश

डिस्चार्ज होने के दो सप्ताह में पोस्ट कोविड केयर सेंटर जाना होगा

सेंटर रोज सुबह 10 से 11.30 व दोपहर 3 बजे से 4.30 तक खुलेगा

ब्रीदिंग एक्सरसाइज, योगा, फिजियोथेरेपी व इम्युनिटी बुस्टर के अलावा व्यवहारगत बदलावों के लिए प्रेरित किया जायेगा

क्या है गाइडलाइन

गाइडलाइन के अनुसार, पोस्ट कोविड केयर सेंटर हर दिन संचालित होगा. यहां लंग्स की क्षमता बढ़ाने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज, योगा, फिजियोथेरेपी व इम्युनिटी बुस्टर, खानपान के अलावा व्यवहारगत बदलावों के लिए भी प्रेरित किया जायेगा.

फॉलोअप के तहत ठीक हो चुके मरीजों में न्यूरोलॉजिकल, कार्डियक व अन्य परेशानियों के बारे में विशेषज्ञ जानकारी देंगे. मरीज को यदि अन्य बीमारियों से जुड़ी कोई परेशानी है तो उसकी भी सही तरीके से जांच की जायेगी.

posted by : sameer oraon

Next Article

Exit mobile version