रांची : सोमवार को कोरोना के 167 नये पॉजिटिव मिले हैं. इसमें रांची से ही सर्वाधिक 59 संक्रमित मिले हैं. वहीं धनबाद के एक मरीज की मौत भी हो गयी है. राज्य में कोरोना से अबतक 964 की मौत हो चुकी है. सोमवार को 30813 सैंपल की जांच हुई और 0.54 प्रतिशत नये संक्रमित मिले हैं. राज्य में अबतक 109151 संक्रमित मिल चुके हैं. वहीं 106171 स्वस्थ हो चुके हैं. इस समय कुल एक्टिव केस 2016 हैं.
रांची से सर्वाधिक 59 संक्रमित मिले हैं. वहीं जमशेदपुर से 22, बोकारो से आठ, देवघर से पांच, धनबाद से नौ, दुमका से दो, गढ़वा, गिरिडीह, जामताड़ा, पाकुड़ व रामगढ़ से एक-एक संक्रमित मिले हैं. हजारीबाग से दो, लातेहार से 10, लोहरदगा से दो, पलामू व साहिबगंज से चार-चार, सरायकेला से 12, सिमडेगा से छह व प. सिंहभूम से 17 नये संक्रमित मिले हैं.
288 स्वस्थ हुए : सोमवार को 288 संक्रमित स्वस्थ हो गये हैं. इनमें बोकारो से 10, देवघर से तीन, धनबाद से 12, दुमका से छह, जमशेदपुर से 23, गढ़वा से सात, गिरिडीह से एक, गोड्डा से छह, जामताड़ा से 10, खूंटी से आठ, कोडरमा से तीन, पाकुड़ से 56, पलामू से आठ, रामगढ़ से 10, रांची से 106, साहिबगंज से एक, सरायकेला से छह, सिमडेगा से एक और प. सिंहबूम से 11 संक्रमित स्वस्थ हो गये हैं.
रिकवरी रेट 97.26% हुआ : झारखंड में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 97.26 प्रतिशत हो गयी है. वहीं विभाग का अनुमान है अब इसी रफ्तार से संक्रमित मिलते रहे, तो 428 दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो जायेगी.
बैकलॉग में 15013 सैंपल : राज्य में अबतक 4193928 सैंपल लिये गये हैं. इसमें 4178915 सैंपल की जांच हो चुकी है. इस समय बैकलॉग में 15013 सैंपल हैं.
रांची. कोरोना काल में जब सारे लोग अपने घरों में कैद थे, तब भी शहर के कुछ लाेग ऐसे थे जो लोगों की सेवा में लगे हुए थे. खासकर कोरोना संक्रमितों के इलाज में. एेसे ही कोरोना वॉरियर्स को डीसी छवि रंजन ने सोमवार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. मौके पर डीसी ने कहा कि कोरोना के इस दौर में सभी डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, लैब, तकनीशियन सहित जितने भी कर्मी हैं, उनका जितना भी अभिनंदन किया जाये, कम है.
महामारी के इस दौर में इन्होंने जिस प्रकार से सेवा की है, उसे रांची जिला प्रशासन कभी भूल नहीं सकता. कार्यक्रम में डीडीसी अनन्य मित्तल, सिविल सर्जन, डीआरसीएचओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. डीसी ने आम लोगों से अपील की कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है. इसलिए सचेत रहें. बिना मास्क के वे घरों से बाहर न निकलें. मौके पर कोरोना वॉरियर्स ने अपने अनुभव भी साझा किये. कोविड अस्पताल में कार्यरत नर्स रामरेखा ने कहा कि इस संकट की घड़ी में चुनौती बहुत बड़ी थी, पर इससे लड़ने के लिए हम हर रोज दोगुने उत्साह के साथ पहुंचते थे.
डॉ देवेश कुमार, डॉक्टर, रिम्स
रामरेखा कुमारी, नर्स, रिम्स
पिंकी हेंब्रम, नर्स
डॉ शशि भूषण खलखो, डीआरसीएचओ
डॉ बिमलेश सिंह, सदर अस्पताल
नंद कुमार गोखले, लैब टेक्नीशियन
posted by : sameer oraon