रांची : कोरोना महामारी में सरकार जब लोगों को सुरक्षित करने में लगी हुई थी, तब राज्य के निजी जांच घर कोराेना की आरटीपीसीआर जांच के लिए मनमाना पैसा वसूलने में लगे हुए थे. आरटीपीसीआर की जांच के नाम पर लोगों से 4500 रुपये लिये गये, जबकि जांच किट की कीमत मात्र 200 रुपये थी. प्रति सैंपल अगर लाभ भी 200 रुपये जोड़ लिया जाये तो जांच की दर मुश्किल से 400 रुपये होनी चाहिए थी, लेकिन कोरोना वायरस का खौफ दिखाकर शुरुआती दौर में निजी जांच घरों ने 4500 रुपये लिये.
कोरोना की जांच में ज्यादा मुनाफा होते देख कई निजी जांच घर और जांच एजेंसियां राज्य में लैब स्थापित करने में लग गये थे. आइसीएमआर व राज्य सरकार से जांच की अनुमति ली. हालांकि, आरटीपीसीआर जांच में मनमाना पैसा वसूलने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में चला गया है. जानकारी के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता अजय अग्रवाल ने आरटीपीसीआर के नाम पर मनमाना पैसा वसूलने से संबंधित याचिका दायर की है.
याचिकाकर्ता ने पहले से वसूले गये अतिरिक्त पैसे लौटाने की गुहार लगायी है. मामले में 11 दिसंबर को सुनवाई होनी है. जांच घरों के संचालकाें को लगने लगा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने पैसा वापस लौटाने का निर्देश दिया, तो भारी नुकसान हो सकता है. यही वजह है कि राजधानी के कुछ निजी जांच घर संचालक कोरोना की जांच अब अनमने ढंग से कर रहे हैं. वहीं कुछ जांच घर तो कोरोना की जांच बंद करने की सोच रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट की दायर याचिका के बाद राज्य सरकारों ने निजी जांच घरों में आरटीपीसीआर की जांच दर कम करने का अादेश जारी कर दिया है. झारखंड में भी आरटीपीसीआर जांच की दर 800 रुपये कर दी गयी है. हालांकि, कई राज्यों ने जांच की दर को इससे भी कम कर दी है. ओड़िशा सरकार ने कोरोना जांच की दर सबसे कम 400 रुपये कर दी है. नयी दर ओड़िशा में लागू भी कर दी गयी है. अब राज्य सरकार को पड़ोसी राज्य की तर्ज पर दोबारा आरटीपीसीआर की जांच को कम करने के लिए विचार करना पड़ेगा.
राज्य में आरटीपीसीआर की जांच दर का मुद्दा प्रभात खबर द्वारा लगातार उठाया गया है. जांच की दर जब 4500 रुपये थी, तब जांच किट की दर कम होने का हवाला देते हुए खबर प्रकाशित की गयी थी. इसके बाद सरकार ने कोरोना की जांच दर 2400 रुपये तय की थी. इसके बाद 1,050 रुपये किया गया. अब नयी दर 800 रुपये कर दी गयी है.
दरें कम होने और पैसा लौटाने के भय से अब अनमने ढंग से जांच कर रहे हैं कई जांच घर
अधिवक्ता अजय अग्रवाल ने दायर की है याचिका
posted by : sameer oraon