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Jharkhand: रांची में अपराधी बेखौफ, दिन दहाड़े डिस्टिलरी पुल पर बिल्डर के कर्मचारी से लाखों रुपये की लूट

भुक्तभोगी रंजीत लालपुर के अमरावती कांप्लेक्स स्थित आइसीआइसीआइ बैंक से पैसा निकालकर जोड़ातालाब मुहल्ला स्थित तिवारी स्ट्रीट यश कंस्ट्रक्शन ऑफिस जा रहा था. इसी दौरान लाखों रुपये की हुई

रांची :

राजधानी में एक बार फिर अपराधी बेखौफ हो गये हैं. गुरुवार दोपहर 03:15 बजे काले रंग की पल्सर पर सवार दो अपराधी डिस्टिलरी पुल पर बिल्डर हितेंद्र सिंह के कर्मचारी रंजीत यादव से 6.21 लाख रुपये लूटकर फरार हो गये. भुक्तभोगी रंजीत लालपुर के अमरावती कांप्लेक्स स्थित आइसीआइसीआइ बैंक से पैसा निकालकर जोड़ातालाब मुहल्ला स्थित तिवारी स्ट्रीट यश कंस्ट्रक्शन ऑफिस जा रहा था. इसी दौरान घटना घटी.

बैंक से पैसा निकालने के बाद कर्मचारी रंजीत पीस रोड होते हुए जोड़ा तालाब जाने के लिए निकला. उसके पीछे-पीछे पल्सर सवार दोनों अपराधी चलने लगे. दोनों अपराधियों ने हेलमेट पहन रखे थे. बाइक सवार कर्मचारी आराम से हैंडल में रुपयेवाला थैला लटका कर जा रहा था. इसी दौरान डिस्टिलरी पुल पर पल्सर सवार अपराधियों ने कर्मचारी के बाइक में पीछे से सटा दिया.

इससे कर्मचारी रंजीत डिस्टलरी पुल के डिवाइडर से टकराकर घायल हो गया. इसके बाद बाइक से एक अपराधी उतरा और कर्मचारी का नोटों से भरा बैग निकालकर भागने की कोशिश करने लगा. इस दौरान कर्मचारी ने अपराधी से हाथापाई भी की, लेकिन वह अपराधी को रोक नहीं सका. रंजीत के अनुसार, पीआरडी कर्मी ओमप्रकाश की बहन प्रज्ञा तिवारी के फ्लैट का शुक्रवार को रजिस्ट्री होनी थी. स्टांप खरीदने के लिए उन्होंने छह लाख रुपये का चेक दिया था. उसी चेक का पैसा निकालने वह बैंक गया था.

घटना के बाद किसी व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर लालपुर पुलिस पहुंची व कर्मचारी को रिम्स में इलाज कराया. कर्मचारी रंजीत की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी है. सिटी डीएसपी दीपक कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. रंजीत यादव खेलगांव के समीप किराये के मकान में रहता है. जबकि, गाड़ी गांव में यश कंस्ट्रक्शन के संचालक हितेंद्र सिंह का घर भी है.

इंतजार कर रहे थे अपराधी :

जांच में यह बात सामने आयी है कि अपराधियों को पहले से पता था कि रंजीत यादव बैंक से मोटी रकम निकालकर बाहर आयेगा. पल्सर सवार दोनों अपराधी गहना घर के नीचे पहले से मौजूद थे. एक अपराधी पल्सर पर बैठा था. जबकि, दूसरा गेट पर खड़ा था. जैसे ही रंजीत बैंक से पैसा निकाल कर नीचे उतरा और अपनी बाइक की हैडल में नोटों वाला बैग लटकाया, तभी गेट के पास खड़ा दूसरा अपराधी पल्सर पर आकर साथी के साथ बैठ गया.

दोनों बाइक से डंगरा टोली की ओर बढ़ते है. लेकिन, पीछे बैठा अपराधी देखता है कि रंजीत पीस रोड की ओर जा रहा है, तो दोनों अपराधी भी पीस रोड में घुस जाते हैं. डिस्टिलरी पुल पर दोनों घटना को अंजाम देते हैं. यह घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद है.

कोकर चौक के रास्ते खोरहाटोली की ओर भागे

लालपुर पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि डिस्टिलरी पुल पर घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी कोकर चौक होते हुए कांटाटोली रोड की ओर गये हैं. लेकिन कांटाटोली नहीं जाकर बीच में ही खोरहा टोली की ओर मुड़ कर आगे निकल गये.

बाहर के गैंग ने दिया है घटना को अंजाम

सीसीटीवी फुटेज देखने से ऐसा लग रहा है कि घटना को बाहर के गैंग ने अंजाम दिया है. अपराधी बैंक से ही रंजीत यादव का पीछा कर रहे थे़ अपराधियों काे पकड़ने के लिए सिटी डीएसपी दीपक कुमार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है.

कौशल किशोर, एसएसपी

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