क्रिकेट खेलाने के नाम पर ठगी करनेवाले के तार झारखंड से जुड़े, क्रिकेट टीम में चयन कराने नाम पर हुई थी धोखाधड़ी
फर्जी सर्टिफिकेट पर बाहरी को खेलाने का मामला. जांच में हरियाणा पुलिस ने आशुतोष के खाते में एक करोड़ 30 लाख रुपये पाये. 2011-12 में खूंटी और सिमडेगा जिला से खेलने के लिए इसने कराया था रजिस्ट्रेशन. फर्जी सर्टिफिकेट, पहचान छिपाने के आरोप में जेएससीए ने दो साल के लिए किया था बैन
Jharkhand Crime News रांची : राज्य में पैसे लेकर व फर्जी सर्टिफिकेट देकर बाहरी खिलाड़ियों को खेलाने का एक और मामला प्रकाश में आया है. क्रिकेट में अक्सर ऐसे मामलों का खुलासा होता रहा है, जिसमें पैसे देकर कोई खिलाड़ी किसी दूसरे राज्य संघ या जिला संघ का प्रतिनिधित्व करता है. इस बार क्रिकेट टीम में चयन करवाने के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में पिछले महीने (सितंबर 2021) गुरुग्राम से गिरफ्तार आशुतोष बोरा का तार झारखंड से जुड़ा पाया गया है.
दरअसल आशुतोष बोरा 2011-12 में अंडर-19 क्रिकेट खेलने झारखंड आया था. पहले उसने फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये खूंटी जिले से अपना रजिस्ट्रेशन करवाया. इसके बाद वहां से बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लिये सिमडेगा जिले से रजिस्ट्रेशन करवा लिया. सिमडेगा जिला से खेलने पहुंचा आशुतोष ने वहां आरसी ब्वॉयज मिडिल स्कूल में दाखिला लिया. इसके लिए उसने अपनी पहचान छिपाते हुए फर्जी सर्टिफिकेट जमा कराया. जन्म प्रमाण पत्र में भी हेराफेरी की.
इसी फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये उसने क्रिकेट में सिमडेगा जिले का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन बाद में जेएससीए को मामले की जानकारी हुई, तब उस पर दो साल के लिए बैन लगा दिया गया. उत्तरप्रदेश के जालौन निवासी अंशुल की शिकायत पर आशुतोष और उसकी बहन चित्रा बोरा को गिरफ्तार किया गया है. अंशुल ने हरियाणा पुलिस को बताया कि आशुतोष ने हिमाचल प्रदेश से क्रिकेट खेलाने के नाम पर 10 लाख रुपये ठग लिये हैं.
Posted By : Sameer Oraon