मारपीट के विरोध में दिन भर बंद रहा हरमू बाजार, लोगों ने की प्रशासन से की ये मांग
दोनों पक्ष की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. एक पक्ष से आशीष ने कुछ नामजद और अज्ञात सहित 15 और दूसरे पक्ष से भी 15 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है
हरमू बाजार में आशीष स्टूडियो के संचालक आशीष कुमार से शनिवार रात हुई मारपीट की घटना को लेकर स्थानीय दुकानदारों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है. घटना के विरोध में रविवार को हरमू बाजार बंद रखा गया. आक्रोशित लोगों का पक्ष जानने और उन्हें शांत कराने के लिए हटिया विधायक नवीन जायसवाल मौके पर पहुंचे. घटना के बाद शनिवार रात माहौल बिगड़ने की सूचना पर एसएसपी किशोर कौशल, सिटी एसपी शुभांशु जैन सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
इस मामले में दोनों पक्ष की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. एक पक्ष से आशीष ने कुछ नामजद और अज्ञात सहित 15 और दूसरे पक्ष से हरमू आजार हिंद नगर निवासी सुहैल खान की पत्नी रकीबा खातून ने भी कुछ नामजद और अज्ञात सहित कुल 15 के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
हालांकि देर शाम दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया. दोनों पक्षों की ओर से शांति व्यवस्था बनाये रखने पर सहमति जतायी गयी. इधर, रविवार सुबह पंच मंदिर में बैठक के बाद एसएसपी ने शाम चार बजे हरमू बाजार के व्यवसायियों के साथ अलग से बैठक की. एसएसपी ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया. साथ ही आशीष कुमार, बलराम ओझा के साथ मारपीट करनेवाले पर कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया है.
लोगों ने मारपीट की घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने, हरमू पंच मंदिर से सटी मीट-मछली की दुकानों को हटाने, कारोबारियों को सुरक्षा देने, सीसीटीवी कैमरे लगाने, शाम के समय पुलिस की पैदल गश्त शुरू करने और हरमू बाजार में फाेर्स तैनात करने की मांग की.
यह है घटना
शनिवार रात 08:15 बजे आशीष अपने स्टूडियो में काम कर रहे थे. उसी दौरान एक लाल रंग की स्कूटी पर सवार युवक ने दुकान के बाहर खड़ी उनकी बाइक में टक्कर मार दी थी. आशीष ने स्कूटी सवार युवक से हर्जाना मांगा, तो उसने फोन करके लाठी-डंडे से लैस 15-20 युवकों को बुला लिया, जिन्होंने आशीष के साथ मारपीट की. आशीष को बचाने में धारदार हथियार के हमले से बलराम ओझा को सिर में चोट आयी है, जिससे उनके सिर पर छह टांके लगे हैं. आशीष का आरोप है कि उनके साथ मारपीट करनेवाले सभी युवक अरगोड़ा थाना क्षेत्र के भट्ठा मुहल्ला के रहनेवाले हैं. इनमें सद्दाम, असलम, जुबैर, सुहैल खान, अफरोज, शाहरूख (मटन दुकानवाला) व इरफान सहित अन्य 10-12 लोग शामिल थे.