झारखंड ऊर्जा विकास निगम के कल्याण कोष में हेराफरी, जालसाजी कर निकाल लिये पैसे, प्राथमिकी दर्ज
झारखंड ऊर्जा विकास निगम के कल्याण कोष में हेराफेरी का मामला सामने आया है. दरअसल जालसाजी कर अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर लिये गये. पुलिस ने पुलिस द्वारा प्रथम द्रष्टया आरोपी आरोपी अरविंद कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
रांची: झारखंड ऊर्जा विकास निगम के कल्याण कोष में हेराफेरी की गयी है. जालसाजी कर राशि निकासी कर निजी खाते में जमा करने का मामला प्रकाश में आया है. मामले के संज्ञान में आते ही ऊर्जा विकास निगम द्वारा पहले प्राथमिकी दर्ज कर राशि वसूलने की कार्रवाई का आग्रह पुलिस-प्रशासन से किया गया है.
पुलिस द्वारा प्रथम द्रष्टया आरोपी आरोपी अरविंद कुमार (अकुशल श्रमिक) को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, दूसरी ओर पूरे मामले की जांच का आदेश सीएमडी अविनाश कुमार ने दिया है. साथ ही चार सदस्यीय जांच कमेटी भी गठित की गयी है. कहा जा रहा है कि इस गबन में कई अन्य लोग भी शामिल हैं और राशि बड़ी भी हो सकती है.
क्या है मामला :
ऊर्जा विकास निगम द्वारा धुर्वा थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के अनुसार कल्याण कोष से संबंधित योजना की पूर्ववर्ती अभिलेख की जब खोज की गयी तो पता चला कि कार्यालय में चार संचिका एवं सदस्य योगदान पंजी (तीन) ही उपलब्ध थे और इससे संबंधित रोकड़, बही, चेक बुक, चेक, रजिस्टर आदि उपलब्ध नहीं थे. इस क्रम में उक्त शाखा में कार्यरत अरविंद कुमार से अभिलेख के संबंध में पूछताछ की गयी.
उनके द्वारा इस संबंध में कोई विशेष जानकारी नहीं दी जा सकी और अनभिज्ञता जतायी गयी. जब पदाधिकारी कल्याण कोष (ओडब्ल्यूएफ) योजना के बैंक खाता की जांच की गयी. 1.8.2006 से 29.9.2022 तक का स्टेटमेंट निकाला गया. तब पता चला कि अरिवंद कुमार एवं इंदू देवी के नाम पर दो निकासी की गयी है. जो कि दो करोड़ रुपये से अधिक है. जब इनके बैंक स्टेटमेंट की जांच की गयी तो निकासी की बात सही पायी गयी.
ऊर्जा विकास निगम द्वारा आग्रह किया गया कि गबन की गयी राशि की वसूली की जाये. वहीं इस मामले की विभागीय जांच में और खुलासा होने की बात कही जा रही है.
बिजली के राजस्व में सुधार, सीएमडी ने दिया कैंप लगाकर वसूली का आदेश
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने सितंबर में 320 करोड़ रुपये से अधिक की राजस्व की वसूली की है. यह आंकड़ा पिछले माह की तुलना में बेहतर है. वजह है कि अभी राजस्व वसूली का अंतिम रूप से आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो सका है. बताया गया कि सोमवार तक अंतिम रूप से आंकड़ा मिलेगा.
अनुमान है कि लगभग 20 करोड़ रुपये अतिरिक्त वसूली होगी. इधर, झारखंड ऊर्जा विकास निगम के सीएमडी अविनाश कुमार ने बिजली आपूर्ति और राजस्व वसूली को लेकर शुक्रवार को सभी जीएम और एसइ के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि राजस्व करीब 400 करोड़ तक लाना है. इसके लिए लगातार प्रयास करते रहें. दुर्गा पूजा के बाद सभी इलाकों में कैंप लगाकर बिजली बिल की वसूली करें.
कम राजस्व वसूली कुछ जीएम को सीएमडी ने फटकार भी लगायी
सीएमडी ने कहा कि दुर्गा पूजा चल रहा है. इसके बाद दिवाली और छठ है. त्योहारों को लेकर बिजली के अधिकारी अलर्ट मोड में रहें. कहीं भी शिकायत मिलती है तो तत्काल कार्रवाई करें. जहां भी ट्रांसफॉर्मर खराब है, वहां तत्काल बदलें.