झारखंड : जेल में बंद नक्सली मोनू तियू को रिमांड पर लेगी NIA, लापुंग हमला मामले में प्राथमिकी दर्ज

लापुंग में हमला और लूटपाट मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पांच लाख रंगदारी नहीं देने पर जल जीवन मिशन के कंपनी के कैंप ऑफिस में उग्रवादियों ने हमला कर दिया था. इधर चाईबासा में दो जवानों की मौत के केस में एनआइए नक्सली मोन तियू को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 9, 2023 12:04 PM
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Jharkhand Crime News: लापुंग के दोलइचा में जल जीवन मिशन का काम कर रही कंपनी के कैंप ऑफिस में अंकित सिंह गिरोह के अपराधियों ने हमला किया था. इस संबंध में कंपनी के साइट मैनेजर अक्षय कुमार के बयान पर लापुंग थाना में लेका निवासी अंकित सिंह सहित 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें कहा गया है कि अंकित सिंह व उसके लोगों ने पांच लाख रुपये रंगदारी नहीं देने पर साइट पर हमला व मारपीट की. इस मारपीट में एक मजदूर वीरेंद्र साह गंभीर रूप से घायल हो गया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के बाद उसे रिम्स रेफर किया गया है. वहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. अक्षय कुमार ने प्राथमिकी में कहा है जल जीवन मिशन के लिए वहां टंकी का निर्माण हो रहा है. वहां दो दर्जन से अधिक मजदूर कार्य कर रहे हैं. अंकित सिंह गिरोह के अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया. इसमें मुंशी कमलेश सिंह के सोने की चेन व सभी मजूदरों से रुपया छीन लिये गये. अपराधी साइट से दो छड़ काटने वाली बड़ी मशीन, दो वाइब्रेटर भी ले गये हैं. गिरोह के लोगों ने मजदूरों के कमरों में आग लगा दी थी, जिससे मजूदरों का बिस्तर और अन्य सामान जल गया है. इस संबंध में ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो ने कहा कि मारपीट, लूटपाट करने वाले उग्रवादी नहीं हैं. वे लोग छोटे-मोटे अपराधी हैं. उन लोगों ने वहां काम कर रही कंपनी क लोगों पर दबाव बनाने के लिए मजदूरों के साथ मारपीट व लूटपाट की है.

जेल में बंद नक्सली मोनू तियू को रिमांड पर लेगी एनआईए

चाईबासा में भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला और इस हमले में दो जवानों की मौत के केस में एनआइए नक्सली मोन तियू को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी. आरोपी गोइलकेरा थाना क्षेत्र के कटंबा टोला का रहने वाला है. उसे चाईबासा पुलिस ने सात अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया था. वह वर्तमान में चाईबासा जेल में बंद है. आरोपी के बारे में एनआइए की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि वह घटना को अंजाम देने के लिए घटित स्पेशल टीम में शामिल था. इसलिए एनआइए उसे केस में पूछताछ के लिए 13 से लेकर 17 अक्तूबर तक पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी. एनआइए के अनुरोध पर न्यायालय ने इसकी अनुमति दे दी है. उल्लेखनीय है कि इस घटना से जुड़े केस का अनुसंधान पूर्व में चाईबासा पुलिस कर रही थी. बाद में इस केस को एनआइए ने पुलिस से टेकओवर कर अनुसंधान शुरू किया था. एनआइए इस केस में पूर्व में कई आरोपी नक्सलियों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट कर चुकी है.

अमन श्रीवास्तव गिरोह का फरार अपराधी पलामू से हुआ गिरफ्तार

इधर, गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव गिरोह से जुड़े फरार अपराधी मजरूल उर्फ करण उर्फ जमरूल (22) को रविवार को हिंदपीढ़ी थाना की पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वह पलामू जिला के हैदरनगर थाना क्षेत्र के भाई बिगहा का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी हिंदपीढ़ी पुलिस ने पलामू पुलिस के सहयोग से उसके घर से की है. कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय के अनुसार 26 मार्च 2018 को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, आर्म्स एक्ट सहित अन्य धाराओं में श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. इस मामले में गिरोह के कुछ अपराधी एक- 47 हथियार, पैसे सहित अन्य सामान के साथ गिरफ्तार किये गये थे. इसमें अनुसंधान के दौरान मजरूल की भी संलिप्तता की बात सामने आयी थी. लेकिन वह केस में फरार चल रहा था. उसे केस में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था और उसकी गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से वारंट जारी था. कुछ दिन पूर्व पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी पलामू में है. इसके बाद रांची से पुलिस की एक टीम को शनिवार को पलामू छापेमारी के लिए भेजा गया था.

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