Jharkhand News: रांची के दारोगा पर छात्रा ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, हुए सस्पेंड, जानें पूरा मामला
दुष्कर्म की पीड़िता ने लालपुर थाना में दिये आवेदन में कहा है कि छह माह पहले मोबाइल फोन चोरी होने पर वह सनहा दर्ज कराने लालपुर थाना गयी थी. इसी दौरान वहां पदस्थापित हंटरगंज निवासी दारोगा शशांक से भेंट हुई.
Jharkhand Crime News: रांची के हॉस्टल में रह कर पढ़ाई करनेवाली छात्रा ने लालपुर थाना के दारोगा शशांक कुमार (2018 बैच) पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में लालपुर थाना में ही उसने उक्त दारोगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. लालपुर पुलिस ने एसएसपी को इस बात की जानकारी दी. इसके बाद एसएसपी किशोर कौशल ने दारोगा शशांक कुमार को सस्पेंड कर दिया है.
पीड़िता ने लालपुर थाना में दिये आवेदन में कहा है कि छह माह पहले मोबाइल फोन चोरी होने पर वह सनहा दर्ज कराने लालपुर थाना गयी थी. इसी दौरान वहां पदस्थापित हंटरगंज निवासी दारोगा शशांक से भेंट हुई. उन्होंने बातचीत के क्रम में मुझसे फोन नंबर लिया. इसके बाद अक्सर फोन करने लगे. मुझे घुमाने ले जाने लगे. कई बार वह मुझे अपने रूम में भी ले गये. एक दिन उन्होंने अपने रूम में मुझसे जबरन दुष्कर्म किया.
इसके बाद शादी का वादा कर कई बार शारीरिक संबंध बनाया. उसने मेरी मम्मी से भी शादी के संबंध में बातचीत की. कुछ दिन बाद वह गर्भवती हो गयी. काफी दबाव देने पर शशांक ने लालपुर थाना परिसर स्थित मंदिर में 20 नवंबर को शादी कर ली.
इसके बाद शशांक ने उसे हॉस्टल में यह कहकर छोड़ दिया कि हमने बिना दहेज की शादी की है. वहीं तुम दूसरी जाति की हो इसलिए मेरे घरवाले ये शादी नहीं मानेंगे. युवती ने आरोप लगाया कि शशांक उससे झूठ बोलकर दूसरी लड़की से शादी करने अपने घर चला गया है. पीड़िता ने जब शशांक के घरवालों से दूसरी शादी के बारे में पूछा तो उन्होंने शादी की तसवीर भेज दी और जान मारने की धमकी भी दी.
एक लाख घूस लेने के आरोप में ओरमांझी का दारोगा सस्पेंड
कुच्चू निवासी गुलाम मुस्तफा से एक लाख घूस लेने के आरोप में दारोगा मो इमरान को एसएसपी किशोर कौशल ने सस्पेंड कर दिया है. जबकि अन्य आरोपी सदानंद, एएसआइ प्रिया सहाय, चालक राजेश पाठक, चौकीदार महेश चौधरी व दो सिपाहियों के विरुद्ध सिल्ली डीएसपी को जांच का आदेश दिया है. एक लंबित मामले में गुलाम को जेल भेजने की बात कह दारोगा इमरान ने गिरफ्तार कर लिया था. एक लाख रुपये रिश्वत लेने के बाद इमरान ने गुलाम मुस्तफा को छोड़ दिया था.