Jharkhand Crime News (हजारीबाग) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बहोरनपुर खुदाई स्थल से चोरी गयी भगवान बुद्ध की मूर्ति को हजारीबाग की पुलिस ने गुरुवार को रांची से बरामद की है. यह मूर्ति 1200 वर्ष पुराने पालवंश कालीन की है. मूर्ति के साथ 5 आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
हजारीबाग जिले के सदर प्रखंड स्थित बहोरनपुर पुरातात्विक स्थल की खुदाई से निकली भगवान बुद्ध की मूर्तियां चोरी हो गयी थी. बुद्ध की दुर्लभ मूर्ति चोरी होने की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन रेस हो गयी थी. इसी कड़ी में गुरुवार को हजारीबाग की पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. वहीं, चोरी हुई मूर्ति को भी बरामद किया.
गिरफ्तार आरोपियों में रांची स्थित पुनदाग थाना क्षेत्र के रिषभ कॉलोनी निवासी कुमार सुजीत सिंह, रांची सदर थाना के बुटी रोड स्थित विहार कॉलोनी के यतीश कुमार, रांची के कोकर स्थित चूना भट्टा बिजली कार्यालय के निकट निवासी संजय अग्रवाल, बिहार के बांका स्थित बाराहाट खिड्डी गांव के प्रेम शंकर सिंह उर्फ बंटू सिंह एवं बिहार के बांका धोरैया थाना स्थित टिटिमांगर गांव निवासी नरेश राय का नाम शामिल है. आरोपियों के पास से भगवान गौतम बुद्ध की दो मूर्ति समेत 4 मोबाइल बरामद हुआ है.
Also Read: Jharkhand News : हजारीबाग के बहोरनपुर से चोरी हुई भगवान बुद्ध की दुर्लभ मूर्तियां बरामद, तीन लोग गिरफ्तार, छापामारी जारीएसपी कार्तिक एस ने बताया कि मूर्ति चोरी मामले में शामिल आरोपियों तक पुलिस मोबाइल कॉल डंप के आधार पर पहुंची. सबसे पहले पुलिस ने आरोपी सुजीत सिंह, संजय अग्रवाल और यतिश कुमार को रांची से गिरफ्तार किया. पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली कि चुरायी गयी दोनों मूर्तियां यतीश कुमार के घर रखा गया है. आरोपी यतीश कुमार के घर से दोनों मूर्ति बरामद होने के बाद गहन पूछताछ की गयी. पकड़े गये आरोपियों के निशानदेही पर बिहार के बांका से प्रेम शंकर सिंह उर्फ बंटू सिंह और नरेश राय की गिरफ्तारी की गयी. इस मामले के एक आरोपी संजय सिंह उर्फ फुचून सिंह फरार है.
एसपी कार्तिक एस ने बताया कि बहोरनपुर में खुदाई में मिले मूर्तियों की चोरी की योजना रांची में 3 मार्च, 2021 को संजय अग्रवाल और कुमार सुजीत सिंह ने बनाया. चोरी की योजना में संजय अग्रवाल, कुमार सुजीत सिंह, प्रेम शंकर सिंह, नरेश राय, संजय सिंह शामिल थे. इसी दिन पांचों आरोपी हजारीबाग पहुंचे. पांचों बहोरनपुर खुदाई स्थल पहुंचकर सभी मूर्तियों को देखा. पांचों आरोपियों ने निर्णय लिया कि कौन- कौन मूर्तियों को चोरी करनी है. योजना के अनुसार, 20 मार्च 2021 को कुमार सुजीत सिंह, प्रेमशंकर सिंह, नरेश राय और संजय सिंह हजारीबाग के बहोरनपुर खुदाई स्थल से इसी रात को मूर्ति चोरी कर फरार हो गये. मूर्ति चोरी कर रांची में संजय अग्रवाल को दिया. संजय अग्रवाल ने यतीश कुमार के घर मूर्ति को रखवाया. मूर्ति रखने के एवज में रुपये देने की बात कही थी.
एसपी कार्तिक एस ने कहा कि पकडे गये सभी आरोपी दोनों मूर्तियों को बेचने के लिए बाजार का चयन करने में लगे थे. मूर्तियों को कहां और कितना में बेचना है इसकी निर्णय नहीं किया था.
आरोपियों ने बहोरनपुर खुदाई स्थल से मूर्ति चोरी करने के लिए चार दिन रैकी किया. बहोरनपुर खुदाई स्थल के भौगोलिक स्थिति की जानकारी लिया. इसकी बाद आरोपियों ने 20 मार्च की रात को मौका पाते ही मूर्तियों की चोरी कर ली.
एसपी कार्तिक एस ने कहा कि छापामारी दल व SIT टीम को इस उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया जायेगा. टीम ने घटना के दिन से अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी व मूर्ति बरामदगी तक 24 घंटे कार्य किया है.
वहीं, डीसी ने कहा कि खुदाई स्थल से मिल रही मूर्ति पुरातत्व विभाग की है. प्रशासन उसे संरक्षण दे रही है. म्यूजियम निर्माण को लेकर राज्य सरकार और पुरातत्व विभाग के बीच बातचीत चल रही है. मूर्ति कहां रखी जायेगी इसका निर्णय पुरातत्व विभाग ही करेगी. फिलहाल बरामद मूर्ति थाना के मालखाना में रखा जायेगा.
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