स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर सरयू राय ने लगाया सरकारी राशि के गबन का आरोप, जानें पूरा मामला

पूर्व मंत्री व निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मंत्री बन्ना गुप्ता पर सरकारी वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाये हैं. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से अनुरोध किया है कि वो इस पर कार्रवाई करें और अवैघ निकासी के पैसे की वसूली करें.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2022 11:14 AM

Jharkhand Politics News रांची: निर्दलीय विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्न्ना गुप्ता को घेरा है. सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाये हैं. श्री राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसकी शिकायत करते हुए सरकारी कोष के दुरुपयोग संबंधित दस्तावेज भेजे हैं.

श्री राय ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि स्वास्थ्य मंत्री गुप्ता पर कार्रवाई हो और अवैध निकासी के पैसे की वसूली की जाये. स्वास्थ्य मंत्री ने वित्तीय कदाचार और भ्रष्ट आचरण किया है. श्री राय ने आरोप लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य मंत्री ने नियम विरुद्ध आदेश देते हुए लाखों रुपये की निकासी की है. मंत्री रहते खुद वित्तीय लाभ लिया और अपने चहेतों को भी दिलाया. स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना काल में बेहतर कार्य के लिए खुद और अपने नजदीकी 59 लोगों को सरकार द्वारा तय प्रोत्साहन राशि के भुगतान का आदेश किया.

इसमें लगभग एक करोड़ रुपये की राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया गया है. श्री राय ने पत्र में सरकार के संकल्प का हवाला देते हुए कहा है कि कोविड काल में कांटैंक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, अस्पताल, कोविड वार्ड, कंट्रोल रूम में कार्यरत चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों को एक माह का वेतन या मानदेय दिये जाने का प्रावधान था. यह संबंधित कार्यालय प्रधान को तय करना था. लेकिन सब कुछ प्रावधान के विरुद्ध हुआ़

लिस्ट में स्वास्थ्य मंत्री का नाम सबसे ऊपर :

सरकार द्वारा कोविड काल में बेहतर कार्य करनेवालों के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में एक महीने का अतिरिक्त वेतन देने का प्रावधान था. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित कमेटी ने इसके लिए 94 लोगों को योग्य पाया. स्वास्थ्य मंत्री के कोषांग से 60 लोगों के नाम जोड़े गये. इसमें खुद स्वास्थ्य मंत्री का नाम सबसे ऊपर था.

इसके साथ ही उनकी सुरक्षा और अन्य कार्यों में लगे 34 सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे. मंत्री के कार्यालय द्वारा जोड़े गये नाम में दो आप्त सचिव के साथ लिपिक, सहायक, आदेश पाल, वाहन चालक, कंप्यूटर ऑपरेटर और सफाईकर्मी भी शामिल थे. पत्र में श्री राय ने यह भी बताया है कि फाइल जब स्वास्थ्य मंत्री के पास गयी, तो उन्होंने विधानसभा के एक टाइपिस्ट, जिसकी प्रतिनियुक्ति विभाग में है, उसका नाम भी जोड़ दिया था़

इधर इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के राजनीतिक सलाहकार जम्मी भास्कर ने कहा कि मंत्री कोरोना के दौरान दिन रात राहत कार्यों में डटे हुए थे. दो बार कोरोना पॉज़िटिव हुए. उनके निजी स्टाफ एवं सुरक्षाकर्मी भी पॉजिटिव हुए थे. इस तरह सेवा कार्यो में समर्पित राहत कर्मियों को दिये गये पुरस्कार राशि पर प्रश्न खड़ा करना उनका अपमान है.

कोविड काल में बेहतर कार्य करनेवालों को देनी थी प्रोत्साहन राशि

एक करोड़ रुपये का किया गया भुगतान : प्रोत्साहन राशि लेनेवालों में मंत्री के 34 सुरक्षाकर्मी, दो आप्त सचिव, लिपिक, सहायक, आदेश पाल, वाहन चालक, कंप्यूटर ऑपरेटर व सफाईकर्मी शामिल.

मंत्री बन्ना गुप्ता ने निजी सहायक को किया आगे विज्ञप्ति के माध्यम से मामले को बताया हास्यास्पद

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरयू राय द्वारा लगाये गये आरोप पर अपने निजी सहायक को आगे किया है. निजी सहायक प्रभात ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि इतने बड़े नेता अपने सलाहकार की आधी अधूरी जानकारी के कारण जगहसाई के पात्र बन रहे हैं.

जरूरी है कि वह अपना सलाहकार बदल लें. विभागीय पत्र का हवाला देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव मनोज कुमार सिन्हा ने 24 फरवरी को पत्र जारी करते हुए स्वास्थ्य मंत्री कोषांग में कार्यरत सभी कर्मचारियों की सूची मांगी थी. स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ वे सभी प्रोत्साहन रािश पाने के पात्र हैं. इसके साथ उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के 90 अधिकारियों और कर्मियों की सूची भी भेजी थी.

Posted By: Sameer Oraon

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