रांची : राजधानी में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. रांची के बिरसा चौक के समीप एक 15 साल की किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. इसका आरोपी चार-पांच अज्ञात लड़कों पर लगाया गया है. इस संबंध में रांची के महिला थाना में लिये गये पीड़िता के बयान के आधार पर जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं, सदर अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल जांच कराने के बाद उसका रांची सिविल कोर्ट में 144 के तहत बयान दर्ज कराया गया है. दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने बताया है कि 30 जनवरी की रात 10:30 बजे वह हवाई नगर से कैटरिंग का काम करके अकेले पैदल ही बिरसा चौक की ओर जा रही थी. हवाई नगर से बिरसा चौक के बीच चार-पांच अज्ञात लड़कों ने उसे पकड़ लिया और सड़क के दूसरी ओर पेड़-पौधा व झाड़ी के बीच ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. विरोध करने पर लड़कों ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की.
वृद्धा ने छोड़ा घर जाने के लिए हरमू चौक
घटनाक्रम के दौरान किशोरी बेसुध थी, इसलिए उसे पता नहीं चला कि लड़के कब वहां से गये. 31 जनवरी की सुबह उसे होश आया, तो वह कपड़े पहन कर सड़क किनारे पहुंची और रोने लगी. वहां उसे एक वृद्धा मिली, जिसने किशोरी से रोने की वजह पूछी, लेकिन किशोरी ने कुछ नहीं बताया. वृद्धा ने उसे घर जाने के लिए रांची के हरमू चौक तक छोड़ दिया.
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स्कूल की टीचर को बतायी आपबीती
घर पहुंचने के बाद किशोरी ने अपनी मां को भी कुछ नहीं बताया, क्योंकि उसे डर था कि मां उसकी बात पर यकीन नहीं करेगी. किशोरी घर से स्कूल चली आयी. स्कूल में क्लास के दौरान उसे दर्द होने लगा. जब दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ, तो उसने स्कूल की एक महिला टीचर को आपबीती बतायी. टीचर की सूचना पर महिला थाना की प्रभारी स्कूल पहुंचीं और पीड़िता का बयान लिया. उसी बयान के आधार पर जगन्नाथपुर थाना में केस दर्ज किया गया. पीड़िता ने बयान में यह भी कहा कि वह बहुत पहले से कैटरिंग का काम करती है, लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ. मां भी घरों में काम करती है. भाई पढ़ाई करता है.
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