रूक नहीं रहा है गैंगस्टर अमन साहू गिरोह का आंतक, रांची के जमीन कारोबारी से फिर मांगी रंगदारी
झारखंड में अमन साहू गैंग का आंतक जारी है. हाल ही में अमन साहू गिरोह के सदस्य ने रांची के एक जमीन कारोबारी से रंगदारी मांगी है. रंगदारी नहीं देने पर कारोबारी और उनके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी गयी है. हालांकि इस मामले में अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
Jharkhand Crime News रांची : गैंगस्टर अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह के नाम पर अरगोड़ा थाना क्षेत्र के साकेत बिहार कॉलोनी, हरमू निवासी जमीन कारोबारी से दो लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी है. रंगदारी नहीं देने पर कारोबारी और उनके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी गयी है. मामले में जमीन कारोबारी नागेंद्र प्रसाद सैनी ने अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी करायी है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि वह रातू थाना क्षेत्र के ग्राम पिर्रा, गोविंदपुर नगर आवासीय कॉलोनी में रैयती भूमि की खरीद-बिक्री करते हैं. वहीं अपने उपयोग के लिए कुछ भूमि भी खरीद कर रखी है. तीन अक्तूबर की रात पहली बार मयंक सिंह के नाम एक मोबाइल नंबर से उनके मोबाइल नंबर पर वाट्सएप मैसेज आया. जिसमें उनसे दो करोड़ रंगदारी की मांग की गयी. रंगदारी नहीं देने पर उन्हें और उनके परिवार के सभी सदस्यों को हत्या करने की धमकी दी गयी.
वाट्सएप मैसेज में लिखा था कि नरेंद्र जी मैं मयंक सिंह बोल रहा हूं, अमन साहू गिरोह से. बॉस का आदेश है कि आपको दो करोड़ रंगदारी देनी है. नहीं तो ठोक देंगे. तुम्हारा काम रांची के गोविंदपुर, दलादली और हजारीबाग में चल रहा है. तुम्हारा एक बेटा है. उसका भी ख्याल रखना. दो दिन का टाइम है तेरे पास, पेमेंट करो. जब शिकायतकर्ता ने कोई रिप्लाई नहीं दिया, तब उसने दोबारा वाट्सएप पर मैसेज किया कि जवाब दो या हम अपनी तैयारी करें.
इस घटना के बाद उन्हें चार अक्तूबर को भी वाट्सएप पर एक मैसेज आया. जिसमें लिखा था-दो दिन में मैनेज करो और दो करोड़ रुपये. नहीं तो जहां चाहो, चले जाओ, बच नहीं पाओगे. तुम्हारे और परिवार के पीछे हमारी टीम लगी हुई है. समय से ऊपर हुआ, तो मार दिये जाओगे. इसके बाद कई अन्य मैसेज भी वाट्सएप पर चार अक्तूबर को भेजे गये. शिकायतकर्ता को इस बात की आशंका है कि रातू थाना क्षेत्र के उनके कार्यक्षेत्र में कुछ लोग उनकी संपत्ति हड़पने के लिए पूर्व में उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से क्षति पहुंचाते रहे हैं.
Posted by : Sameer Oraon