टाटा स्टील में नौकरी दिलाने के नाम पर आदिवासी युवक के साथ ठगी, बाद में बनाया बंधक, एक गिरफ्तार
ओड़िशा के सत्यजीत मिंज को टाटा स्टील कंपनी में डाटा ऑपरेटर में नौकरी दिलाने के नाम पर चार लोगों ने सात दिन तक बंधक बनाये रखा और उसका सर्टिफिकेट भी रख लिया.
ओड़िशा के सत्यजीत मिंज को टाटा स्टील कंपनी में डाटा ऑपरेटर में नौकरी दिलाने के नाम पर चार लोगों ने सात दिन तक बंधक बनाये रखा और उसका सर्टिफिकेट भी रख लिया. बुधवार को सत्यजीत किसी तरह से उनके चंगुल से निकल भागा और पुंदाग ओपी में पहुंच कर प्राथमिकी दर्ज करायी. प्राथमिकी में रघुनंदन सिंह, महादेव, गुंदरू काजरी व दीपक का नाम है. पुलिस ने रघुनंदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य तीन आरोपी फरार हैं.
सत्यजीत मिंज के अनुसार, उसे टाटा स्टील में डाटा ऑपरेटर में नौकरी दिलाने के नाम पर 30 नवंबर को 20 हजार रुपये लेकर पुंदाग बुलाया गया. उससे कहा गया कि एक दिसंबर को इंटरव्यू होगा और उसके बाद नौकरी दी जायेगी. रांची पहुंच कर वह फोन करनेवाले व्यक्ति से मिला, जो उसे एक घर में ले गया और एक दिसंबर को इंटरव्यू की बात कह कर उसका इंटरमीडिएट का सर्टिफिकेट रख लिया. एक दिसंबर से इंटरव्यू के बाद सत्यजीत से कहा गया कि तुम्हारी नौकरी पक्की हो गयी है.
उसे और नौ लोगों को 20 हजार रुपये लेकर बुलाना होगा. इस पर तुम्हारे 20 हजार रुपये और सर्टिफिकेट वापस किये जायेंगे. जब सत्यजीत मिंज ने कहा कि आपलोगों ने कंपनी में नौकरी के नाम पर बुलाया था. तब उनलोगों ने कहा कि हमारा नेटवर्किंग का काम है. इस पर सत्यजीत ने नौकरी करने से इनकार करते हुए 20 हजार रुपये और सर्टिफिकेट वापस मांगा. उसके बाद उन लोगों ने उसे बंधक बना लिया. पुंदाग पुलिसफरार तीन आरोपियों की तलाश कर रही है.