झारखंड में साइबर अपराधी हर दिन तीन लोगों को बना रहे शिकार, ढूंढ निकाला है ठगी का नया तरीका

खराब सिलाई मशीन वापस करने के नाम पर साइबर अपराधियों ने 99690 रुपये की ठगी कर ली. इस संबंध में न्यू एजी कॉलोनी निवासी प्रियंका तिवारी ने अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है

By Prabhat Khabar News Desk | December 15, 2023 1:53 AM

अजय दयाल, रांची :

डिजिटल इंडिया के तहत वर्तमान में अधिकतर काम ऑनलाइन किये जा रहे हैं. बिलिंग और खरीदारी सहित बिजली बिल व बैंक के काम ऑनलाइन हो रहे हैं. ऐसे में साइबर अपराधी लोगों को आसानी से अपना शिकार बना रहे हैं. अब एटीएम ब्लॉक हो जाने, केवाइसी कराने आदि के नाम पर साइबर ठगी करने का तरीका लोग समझ गये हैं. इसलिए साइबर अपराधियों ने अब ठगी के कई नये तरीके इजाद कर लिये हैं. अब साइबर अपराधी वर्क फ्रॉम होम, ट्यूशन फी देने, ओएलएक्स पर वाहन बेचनेवालों को अग्रिम पेमेंट करने और क्रेडिट कार्ड से बहुत दिनों से खरीदारी नहीं करने पर जुर्माना कटने के नाम पर ठगी कर रहे हैं. जिले के हर थाना में रोज दो से तीन साइबर ठगी के मामले दर्ज होते हैं.


सिलाई मशीन वापस करने के नाम पर की ठगी

खराब सिलाई मशीन वापस करने के नाम पर साइबर अपराधियों ने 99690 रुपये की ठगी कर ली. इस संबंध में न्यू एजी कॉलोनी निवासी प्रियंका तिवारी ने अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें उन्होंने कहा है कि फ्लिपकार्ट से एक सिलाई मशीन खरीदी थी. सिलाई मशीन खराब निकलने पर उन्होंने पहली बार उसे वापस कर दिया था. दूसरी बार भी खराब सिलाई मशीन डिलिवर कर दी गयी. वापस करने के लिए उन्होंने गूगल से फ्लिपकार्ट के कस्टमर केयर पर कॉल किया. उसके बाद एक ऐप डाउनलोड करने को कहा गया. ऐप डाउनलोड करने के थोड़ी देर बाद दो बार में 99690 रुपये कट गये.

Also Read: जामताड़ा के बाद झारखंड का यह जिला बना साइबर अपराधियों का नया हब, ठगों के 2000 मोबाइल नंबर सक्रिय मिले
ऑनलाइन पार्टटाइम जॉब देने के नाम पर 1.84 लाख की ठगी

ऑनलाइन पार्टटाइम जॉब देने के नाम पर आइएसएम चौक (पुंदाग) निवासी निवासी मनीष कुमार से साइबर अपराधियों ने 1.84 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस संबंध में मनीष कुमार ने जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें मनीष कुमार ने कहा है कि परिवार का भरण-पोषण नहीं हो पाने के कारण उन्होंने ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब तलाशना शुरू किया. उन्हें हिल्टन ग्रुप ऑफ होटल का जॉब दिखा. उसमें रजिस्टर होने के बाद उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ दिया गया और बोनस के रूप में 10 हजार रुपये एकाउंट में भेजा. उसके बाद कमीशन की राशि देने के नाम पर 1.84 लाख की ठगी कर ली गयी.

Next Article

Exit mobile version