रांची : साइबर अपराधी ठगी करने के लिए हर रोज नये हथकंडे अपना रहे हैं ये तो सभी जानते हैं. लेकिन अगर हम कहें कि अपराधी आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम यानी कि एइपीएस के माध्यम से पैसे की निकासी कर ली कहें तो आप चौंक जाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ है. रांची के एक बड़े व्यापारी के खाते से आधार कार्ड सेवा में सेंधमारी कर लाखों रुपये की निकासी कर ली गयी.
दरअसल एइपीएस वो सिस्टम है जिससे पैसे निकालने के लिए आपके फिंगर प्रिंट की जरूरत होती है. बिना इसके पैसे नहीं निकाले जा सकते हैं. इस घटना के बाद लोग सकते में हैं. हालांकि पीड़ित व्यापारी ने यूआइडीएआइ के वरीय अधिकारी से लेकर साइबर डीएसपी तक को इसकी जानकारी दी. इधर, व्यापारी का कहना है कि एक माह बीतने के बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है.
साइबर ठग ने कुल 14 बार में 10,000-10,000 रुपये कर कुल 1.40 लाख रुपये की निकासी कर ली है. एयरटेल पेमेंट बैंक के माध्यम से भी 6,000 रुपये की निकासी हुई है. व्यापारी को जब इसकी जानकारी मिली, तब व्यापारी ने आधार के बायोमीट्रिक को लॉक किया, ताकि कहीं से बायोमीट्रिक प्रयोग न हो. अंत में ग्राहक ने बैंक खाते को भी फ्रिज कराया. अब खाते से पैसे की निकासी नहीं हो सकती है. हालांकि, इसके बाद भी ठग आधार से पैसा निकासी का लगातार प्रयास कर रहे हैं.
एइपीएस को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने तैयार किया है. बैंक के अलावा अलग-अलग वित्तीय संस्थान से पैसे निकालने की सेवा देने के लिए आधार नंबर का इस्तेमाल करते हैं. पैसे की निकासी के लिए फिंगर प्रिंट, आधार नंबर और जिस बैंक से आपका बैंक खाता लिंक है, उस बैंक की जानकारी मांगी जाती है.
बैंकिंग फ्रॉड से बचने के लिए आधार कार्ड होल्डर्स को ऑनलाइन आधार कार्ड का बायोमीट्रिक लॉक करने की सेवा दे रहा है. मोबाइल में एम आधार एप डाउनलोड कर या यूआइडीएआइ की वेबसाइट पर जाकर आधार लॉक एंड अनलॉक सर्विस में जाकर इसकी सेवा ले सकते हैं. इसके बाद कोई भी इसका प्रयोग नहीं कर पायेगा. इसे समय-समय पर लॉक और अनलॉक कर सकते हैं.
Posted By: Sameer Oraon