Jharkhand Cyber Crime News : रांची में पुलिस के हत्थे चढ़े आठ साइबर अपराधी, बड़ी कंपनी व व्यावसायी रहते हैं इनके निशाने पर, मिलता था 30 हजार रूपया वेतन

जानकारी के अुनसार इस रैकेट ने करोड़ों की ठगी की है. एसएसपी की सूचना पर साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा व उनकी टीम ने सभी को पकड़ा. ये लोग दो गिरोह बना कर विभिन्न राज्यों के लोगों से ठगी करते थे. गिरोह के सदस्य मोबाइल व लैपटॉप पर मेल पर लिंक भेज हैक करते थे. बाद में उनसे ठगी करते थे. पुलिस के मुताबिक टीम के दो सरगना हैं. एक दुबई से, जबकि दूसरा दिल्ली से गिरोह को ऑपरेट कर रहा था.

By Prabhat Khabar News Desk | June 28, 2021 12:04 PM

Ranchi Cyber Crime News रांची : रांची पुलिस साइबर सेल की टीम ने हटिया के सिंह मोड़, विकास नगर रोड नंबर-दो स्थित पार्वती सदन में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर वहां से आठ साइबर अपराधियों को पकड़ा है. वहीं सरगना फरार होने में सफल रहा. आरोपियों के पास से लैपटॉप समेत कई मोबाइल, राउटर व अन्य सामान बरामद किये गये हैं. सभी को जगन्नाथपुर थाना में रखा गया है, जहां उनसे पूछताछ हो रही है.

जानकारी के अुनसार इस रैकेट ने करोड़ों की ठगी की है. एसएसपी की सूचना पर साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा व उनकी टीम ने सभी को पकड़ा. ये लोग दो गिरोह बना कर विभिन्न राज्यों के लोगों से ठगी करते थे. गिरोह के सदस्य मोबाइल व लैपटॉप पर मेल पर लिंक भेज हैक करते थे. बाद में उनसे ठगी करते थे. पुलिस के मुताबिक टीम के दो सरगना हैं. एक दुबई से, जबकि दूसरा दिल्ली से गिरोह को ऑपरेट कर रहा था.

30 हजार मिलता है वेतन:

पकड़े गये साइबर अपराधियों ने पुलिस को बताया कि रैकेट का सरगना उनसे काम करवाता है. इसके एवज में वेतन दिये जाते हैं. गिरोह के प्रत्येक सदस्य को 25-30 हजार रुपया वेतन मिलता है. गिरोह के निशाने पर ज्यादातर बड़ी कंपनी या बड़े व्यवसायी रहते हैं.

उनकी कंप्यूटर या मोबाइल पर कीमती डेटा रहते हैं. इस कारण हैक करने के बाद उनकी ही स्क्रीन पर संपर्क करने के लिए पॉपअप के जरिये नंबर भी फ्लैश कराया जाता है, ताकि संपर्क करते ही उन्हें ठीक करने के नाम पर रुपये की ठगी की जा सके. पुलिस की टीम जब छापेमारी करने पहुंची, तो कई साइबर अपराधियों ने अपना कुछ मोबाइल तोड. दिया. पुलिस उनसे पूरी जानकारी ले रही है.

Posted By : Sameer Oraon

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