Jharkhand Cyber Crime News : मध्य प्रदेश पुलिस ने साइबर फ्रॉड मामले में झारखंड के इन तीन जिलों में मारा छापा, तीन गिरफ्तार, एकाउंट हैक कर ऐसे करते थे खरीद-बिक्री का धंधा
जमशेदपुर में गिरफ्तार विकास के पास से कंप्यूटर, मोबाइल, करीब एक दर्जन क्रेडिट कार्ड व एटीएम कार्ड के साथ-साथ मोबाइल में लगा चिप भी जब्त किया गया है. उस पर बैंक अकाउंट हैक कर करीब छह लाख रुपये निकालने का आरोप है. बालाघाट पुलिस विकास का मोबाइल फोन ट्रेस कर गम्हरिया पहुंची थी. इस गिरोह का मास्टरमाइंड देवघर का रहनेवाला है.
Cyber crime case in jharkhand, Ranchi cyber crime news रांची : साइबर फ्रॉड मामले में मध्यप्रदेश की बालाघाट पुलिस ने एक साथ रांची, जमशेदपुर व देवघर में छापा मारा. यह छापेमारी रविवार शाम से जारी है. मामले में जमशेदपुर के गम्हरिया के कैलाशनगर निवासी विकास कुमार उर्फ नितिन के अलावा रांची के अरगोड़ा से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि तीन और लोगों को हिरासत में लेने की बात सामने आ रही है.
जमशेदपुर में गिरफ्तार विकास के पास से कंप्यूटर, मोबाइल, करीब एक दर्जन क्रेडिट कार्ड व एटीएम कार्ड के साथ-साथ मोबाइल में लगा चिप भी जब्त किया गया है. उस पर बैंक अकाउंट हैक कर करीब छह लाख रुपये निकालने का आरोप है. बालाघाट पुलिस विकास का मोबाइल फोन ट्रेस कर गम्हरिया पहुंची थी. इस गिरोह का मास्टरमाइंड देवघर का रहनेवाला है.
उसकी तलाश पुलिस कर रही है. उसकी टीम में 11 सदस्य हैं. सदस्यों द्वारा साइबर फ्रॉड कर राशि विकास के खाते में डाली जाती थी. इसके बाद वह उस राशि को अपना तय कमीशन काट कर ठगों के खाते पर ट्रांसफर कर देता था. मध्यप्रदेश से रविवार को तीन टीम झारखंड पहुंची है. एक टीम जमशेदपुर, दूसरी रांची व तीसरी देवघर में छापेमारी कर रही है.
विकास के सहयोगियों में पंकज (शंकर घाट कॉलोनी बालाघाट निवासी) व राहुल गौतम (बालाघाट निवासी) शामिल हैं.
दोस्त के भाई के साथ जुड़कर शुरू किया फ्रॉड का काम :
विकास ने पुलिस को बताया कि वह 12वीं कक्षा का छात्र है. एक वर्ष पूर्व अपने दोस्त दीपक के माध्यम से उसके भाई रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू निवासी सुशांत अग्रवाल से पहचान हुई. सुशांत के साथ जुड़ने के बाद विकास संजय महतो के साथ मिलकर ऑनलाइन फ्रॉड करने का काम करता था. उसके फ्रॉड व क्रेडिट कार्ड का पेमेंट करने पर संजय उसे कमीशन देता है.
कमीशन का जो पैसा विकास और संजय को मिलता था. उससे सुशांत अमेजन व फ्लिपकार्ट पर मोबाइल खरीदकर उसे बालाघाट निवासी हुकूम बासेन के बताये पते पर भेज देता था. उसे बेचकर जो पैसा मिलता था उसका कमीशन काटकर अलग-अलग माध्यम से वह मुझे व संजय को ट्रांसफर कर देता था. विकास ने बताया कि धोखाधड़ी के माध्यम से वह प्रतिमाह करीब 30 हजार रुपये कमा लेता था.
मध्य प्रदेश की पुलिस ने रांची से दो जमशेदपुर से एक साइबर अपराधी को किया गिरफ्तार, देवघर में छापा
गिरोह का सरगना देवघर का रहनेवाला है, गिरफ्तार विकास है 12वीं का छात्र
बैंक एकाउंट हैक कर पैसे से ऑनलाइन सामान खरीदता है गिरोह, फिर सामान बेच कमाता है पैसे
Posted By : Sameer Oraon