पिस्का मोड़ के समीप स्थित जेपी हुंडई (रामा ऑटो डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड की एक इकाई) के दो कर्मचारियों ने फर्जी डाटा इंट्री कर 2,35,12,910 रुपये की धोखाधड़ी कर ली. मामले में कंपनी के निदेशक मनीष कुमार जायसवाल की शिकायत पर पंडरा ओपी में केस दर्ज किया गया है. मामले में पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है.
प्राथमिकी में ठगी की घटना में शामिल होने का आरोप रवि स्टील चौक के समीप रहने वाले एकाउंटेंट अनूप कर्मकार और अल्कापुरी बढ़ई मोहल्ला निवासी कैशियर नितिश प्रसाद पर है. दोनों कंपनी में पिछले आठ वर्षों से नौकरी कर रहे थे. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि कंपनी के सीनियर एकाउंटेंट से जीएसटी डाटा की जांच करायी गयी, तब धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ.
जब कंपनी के अधिकारियों ने मामले में अनूप कर्मकार से पूछताछ की, तब उसने बताया कि वह कैशियर के साथ मिलकर वर्ष 2019 से धोखाधड़ी कर रहा था. धोखाधड़ी के पैसे दोनों आपस में आधा-आधा बांट लेते थे. शिकायकर्ता द्वारा पूछने पर कैशियर ने यह बताया है कि उसने गबन के पैसे में से 14 लाख का एफडी कराया है. 51,68,000 रुपये से उसने देवी मंडप रोड में एक फ्लैट लिया है. वह कुल राशि का अभी तक 22 लाख रुपये भुगतान कर चुका है.
साथ ही उसने अपने एक मित्र को 12 लाख उधार देने के साथ ही नासिक में अपने ससुरालवालों को नकद 15 लाख के जेवर और नकद 35 लाख रुपये दिया है. उसने पत्नी के नाम पर 30 लाख की एक पॉलिसी ली है. इसके प्रीमियम के रूप में वह अभी तक 6,80,000 रुपये भर चुका है. जबकि जून 2023 में बहन की शादी में पांच लाख खर्च किये. उसने गबन के पैसे में से 12 से 15 लाख रुपये नकद अपने पास रखा है. लेकिन कंपनी द्वारा दबाव देने पर वह अभी तक 10.75 लाख रुपये लौटा चुका है.