झारखंड की राजधानी रांची में रविवार को साहित्य 24 मंच की झारखंड इकाई ने अपना वार्षिकोत्सव मनाया. होटल गंगा आश्रम में आयोजित एक भव्य समारोह में ‘झारखंड दर्शन’ नामक पुस्तक का लोकार्पण हुआ. साथ ही कविताओं और गजलों की गंगा भी बही.
‘झारखंड दर्शन’ का संकलन करने वाले रचनाकारों को सम्मानित भी किया गया. समारोह में काव्य सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये प्रतिष्ठित रचनाकारों ने भाग लिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के गौरव, नागपुरी गीतों के लेखक पद्मश्री मधु मंसूरी एवं विशिष्ठ अतिथि डॉ संजय कुमार षाड़ंगी तथा पीके लाल थे.
कवयित्री डाॅ कीर्ति काले साहित्य 24 मंच की संरक्षिका हैं, जबकि हरि प्रकाश पांडे इसके संस्थापक हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर देवेंदर कौर एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मीना बंधन हैं. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मंत्रोच्चार के साथ हुआ. सरस्वती वंदना रिम्मी वर्मा ने किया.
सभा की अध्यक्षता मीना बंधन ने की. मंच पर कविताओं और गजलों की ऐसी गंगा बही, जिसमें डूबकर सभी अतिथि आनंदित हो गये. रांची तथा झारखंड के विभिन्न जिलों से आये साहित्यसेवियों ने मंच की समृद्धि में चार चांद लगा दिया.
रांची से चंद्रिका ठाकुर, शालिनी सहबा, रेणु झा रेणुका, कल्याणी झा कनक, पलामू से एमजे अजहर, गुमला से आफताब अंजुम अजहर, बेड़ो से अजय लकड़ा, रामगढ़ से सरोज झा झारखंडी, धनबाद से स्नेहप्रभा पांडे, डाक्टर संगीता नाथ, प्रियदर्शिनी पुष्पा, जमशेदपुर से निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी, अंकिता सिन्हा, कृष्णा आजमगढ़ी ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
मंच के सदस्यों में संध्या चौधरी उर्वशी, नीरज वर्मा, निर्मला करण, रंगोली सिन्हा, खुशबू बरनवाल सीपी, रंजना झा, कल्पना कौशल, सीमा कुमार, आकांक्षा चौधरी, रूपा कुमारी अनंत, रिम्मी वर्मा, अनुपम श्री व अन्य शामिल थे. मंच का संचालन रूपा कुमारी अनंत एवं रिम्मी वर्मा ने संयुक्त रूप से किया. धन्यवाद ज्ञापन साहित्य 24 की झारखंड उपाध्यक्ष मीरा सिंह ने किया.