झारखंड के बदहाल मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का होगा कायाकल्प : खेल मंत्री
रांची के होटवार स्थित मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, खेलगांव अपनी बदहाली का रोना रो रहा है. यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम तैयार किये गये हैं, लेकिन रख रखाव के अभाव में स्टेडियमों की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. 'अरविंद मिश्रा और अमलेश नंदन सिन्हा की खास रिपोर्ट'
रांची के होटवार स्थित मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, खेलगांव अपनी बदहाली का रोना रो रहा है. यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम तैयार किये गये हैं, लेकिन रख रखाव के अभाव में स्टेडियमों की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. वर्षों से रिपेयरिंग नहीं होने के कारण स्टेडियम की दीवारें और फेंसिंग अब उखड़ने लगी हैं. दर्शकों के बैठने के लिए जो कुर्सियां लगायी गयी है, टूटने लगे हैं. लेकिन अब बदहाल स्टेडियम को लेकर अच्छी खबर है. हेमंत सोरेन सरकार जल्द से जल्द खेल गांव के कायाकल्प की दिशा में काम करने की तैयारी में है. इस बात का खुलासा खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने प्रभात खबर डॉट कॉम के साथ खास बातचीत में किया खेल मंत्री ने बताया कि मेगा स्पोट्रर्ट्स कॉम्प्लेक्स के संचालन का जिम्मा सीसीएल को दिया गया है, जिसमें झारखंड सरकार भी मदद कर रही है, लेकिन सीसीएल को जिस तरह से स्टेडियम के रख रखाव पर ध्यान देना चाहिए था, नहीं हो पा रहा है, खेल मंत्री ने कहा कि सरकार ने मामले को संज्ञान में लिया है. सीसीएल से भी इस बारे में बात की गयी है. खेल गांव को लेकर बहुत जल्द अच्छी खबर मिलेगी, उसकी स्थिति में जल्द से जल्द सुधार किया जायेगा.
235 एकड़ में फैला है मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स 235 एकड़ में फैला है. 34 वें नेशनल गेम्स के आयोजन को लेकर इसका निर्माण 2011 में करीब 650 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था. इसकी देखरेख का जिम्मा झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) को सौंपी गयी है
तीन इंडोर समेत नौ स्टेडियम
मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में नी स्टेडियम है. इसमें बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम, वीर बुधु भगत इक्वेटिवस स्टेडियम, टेनिस स्टेडियम, हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम, गणपत राय इंडोर स्टेडियम, वेलोड्रॉम स्टेडियम, शूटिंग स्टेडियम, विश्वनाथ शाहदेव इंडोर स्टेडियम और खो-खो स्टेडियम शामिल है.