Jharkhand: न्यायिक हिरासत में रहते हुए पंकज मिश्रा से बात करने वाले दो लोगों को ईडी ने किया गिरफ्तार
आय से अधिक संपत्ति सहित अन्य मामलों में ईडी की गिरफ्त में रह रहे साहिबगंज के जेएमएम नेता पंकज मिश्रा से न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान बात करने वाले दो लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनसे बात करने वाले लोगों में साहिबगंज एसपी का नाम भी शामिल है.
Jharkhand News: आय से अधिक संपत्ति सहित अन्य मामलों में ईडी की गिरफ्त में रह रहे साहिबगंज के जेएमएम नेता पंकज मिश्रा से न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान बात करने वाले दो लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनसे बात करने वाले लोगों में साहिबगंज एसपी का नाम भी शामिल है. ईडी जल्द ही इन सभी को सम्मन भेजेगी. इसकी तैयारी की जा रही है.
आठ जुलाई को ईडी ने मारा था छापा
बताते चलें कि ईडी ने आठ जुलाई 2022 को पंकज व उसके सहयोगियों के ठिकानों पर छापा मारा था. पंकज मिश्रा को ईडी के दिल्ली कार्यालय तलब किया गया था. इसके बाद नौ जुलाई को पंकज व अन्य को पूछताछ के लिए ईडी के रांची कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया गया. जिसके बाद पंकज मिश्रा ने बीमारी का बहाना बनाते हुए ईडी से समय मांगा. जिसके बाद वह 19 जुलाई 2022 कोपूछताछ के लिए हाज़िर हुए.
पंकज मिश्रा ने कब क्या बोला
22 मई : भाजपा चाहे तो देश ही नहीं, विदेश की भी कोई एजेंसी मेरे पीछे लगा दे. मैं भागनेवाला नहीं. आई एम वेटिंग. मुझे कोई डर नहीं लगता.
28 मई : हम लोग अपना काम कर रहे हैं. इडी अपना काम कर रही है. इडी की गीदड़ भभकी से कोई डरनेवाला नहीं.
26 जून : भाजपा इडी का हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
08 जुलाई : छापेमारी के बाद उत्तराखंड से बरहेट लौटने पर कहा : मीडिया एकपक्षीय कार्रवाई न करे. अन्यथा हमारे कार्यकर्ता भूल जायेंगे कि आप लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं या दूसरे स्तंभ.
10 घंटे की पूछताछ के बाद किया था गिरफ्तार
झामुमो नेता पंकज मिश्रा को लगभग 10 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार गया था. पूछताछ के दौरान ईडी ने पंकज मिश्रा से पूछताछ में उनकी आर्थिक, व्यापारिक और राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े सवाल पूछे. साथ ही संपत्ति की खरीद से संबंधित आर्थिक स्रोतों से संबंधित सवाल पूछे. इडी ने पंकज मिश्रा से वैध एवं अवैध पत्थर व्यापार से जुड़े सवाल पूछे.साथ ही पंकज द्वारा अपने और अपने सहयोगियों के नाम पर ली गयी माइनिंग लीज के बारे में पूछा. पत्थर खनन के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा सहयोग करने या नहीं करने से जुड़े सवाल भी पूछे गये.