Jharkhand Election 2024, राजीव पांडेय : झारखंड विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया. 23 नवंबर को रिजल्ट का इंतजार है. इसके पहले ज्योतिषियों की गणना के आधार पर जानने की कोशिश करते हैं कि झारखंड में किसकी सरकार बनेगी? क्या हेमंत सोरेन फिर से सीएम बनेंगे या कोई और? इस चुनाव के परिणाम कैसे होंगे. ग्रह गोचर और दशाओं का क्या संकेत है? यह विश्लेषण ज्योतिषियों द्वारा की जा रही भविष्यवाणी पर आधारित है. जिसके सही या गलत होने का दावा प्रभात खबर नहीं करता है.
सत्ता प्राप्ति के लिए एक-एक विधायक से करनी पड़ सकती है चिरौरी : आचार्य कृष्ण
आचार्य कृष्ण कुमार मिश्र के अनुसार वर्तमान समय में झारखंड की कुंडली और भाजपा की कुंडली में ग्रह वार्षिक गति और गोचर से ज्यादा अनुकूल दिखायी दे रहा है. वहीं, हेमंत सोरेन की जन्म कुंडली में बृहस्पति वर्तमान में अनुकूल नहीं है. गति-गोचर के अनुसार राजा और मंत्री ग्रह के दृष्टिबल के अनुरूप जीत का पक्ष कमजोर दिखायी दे रहा है अर्थात इसका मंद लाभप्रद मिलेगा. गणना में उलटफेर की संभावनाएं भी दिखायी दे रही हैं. ऐसे में मिली-जुली सरकार का पूर्ण योग बनता है, लेकिन सत्ता में आने के लिए एक-एक विधायक से चिरौरी करनी पड़ सकती है.
वर्तमान सरकार को सत्तावापसी के लिए होगी परेशानी :आचार्य मिश्र
आचार्य मिश्र का कहन है कि वर्तमान सरकार को दोबारा सत्ता में आने के लिए परेशानी का सामना करना होगा. झामुमो की सीटें बढ़ सकती हैं, जो कल्पना सोरेन की वजह से होगा. वहीं, भाजपा का पक्ष बृहस्पति के अनुसार शनि, मंगल गणना के अनुसार मजबूत है. यहीं मजबूत पक्ष मंत्रिमंडल के लिए शुभ योग बना रहा है. ऐसे में भाजपा के लिए यह लाभप्रद हो सकता है. ज्यादा संभावना भाजपा के पक्ष में बन रही है, बावजूद इनको भी सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है. उलट-फेर की संभावना भी ज्यादा दिखायी दे रही है.
सत्तापक्ष का लाैटना मुश्किल, विपक्ष की संभावना: आचार्य अजय
आचार्य अजय कुमार मिश्र ने बताया कि सत्तापक्ष के लिए दोबारा राजयोग की संभावना नहीं दिख रही है. यानी इंडिया गठबंधन (झामुमो, कांग्रेस और अन्य पार्टी) की सत्ता में लौटने की संभावना कम है. वर्तमान ग्रह और गोचर के अनुसार जनता जनार्दन का स्नेह एनडीए गठबंधन को मिलेगा. हालांकि सरकार बनाने के लिए भाजपा को थोड़ी मुश्किल होगी, लेकिन अंतत: सत्ता सुख मिलेगा. वहीं झारखंड में इस बार मुख्यमंत्री की बात है, तो भाजपा ने पहले से जितने चेहरे सामने रखे हैं, उसमें बदलाव होगा. ऐसा चेहरा सामने आयेगा, जिसकी कल्पना लोगों ने नहीं की होगी.
नीचस्थ सूर्य की स्थिति के कारण सत्ता में बदलाव के संकेत: पंडित
रामदेव पांडेय पंडित रामदेव पांडेय के अनुसार इस विधानसभा चुनाव में छोटे दलों की भूमिका बढ़ेगी. बहुमत के लिए खींचतान रहेगी, इसलिए भाजपा और झामुमो के बीच जोरदार टक्कर होने की संभावना है. झारखंड में सत्ता किसके पास होगी, यह जटिल सवाल है. झारखंड की जन्म कुंडली 15 नवंबर 2000 की रात्रि की गणना करें, तो झारखंड सिंह लग्न और राशि व नवमांश लग्न मिथुन है. गुरु की महादशा में केतु की अंतर्दशा में सूर्य की प्रत्यंत्तर दशा 14 दिसंबर 2024 तक है, इसी में सरकार बननी है. 13 नवंबर के हुए चुनाव में भाजपा आगे रहेगी या वोट शेयर अधिक रहेगा. सूर्य अपनी नीच राशि तुला में 15 नवंबर तक था और यही स्थिति झारखंड बनने समय हुआ था, इसलिए ग्रह स्थिति बताती है कि स्पष्ट बहुमत से एनडीए और इंडी गठबंधन दोनों लड़खड़ा रहे हैं. ऐसे में गठबंधन के सपोर्ट करनेवालों दलों में खलबली होगी. नयी सरकार के शपथ ग्रहण में भी विलंब होगा.
बताया कौन सी पार्टी होगी सत्ता के करीब
भाजपा : सरकार बनाने के करीब होगी, पर सता की कुंजी निर्दलीय के हाथ में होगी. भाजपा की सरकार बनी, तो बाबूलाल मरांडी और चंपई सोरेन फ्रंट में रहेंगे. दोनों का नामांक नौ मंगल का है.
झामुमो : वोट शेयर पहले से बढ़ेगा. सीट भी बढ़ेगी. कल्पना सोरेन का कद भी बढ़ेगा, लेकिन झामुमो के सहयोगी दलों के अंदर की नोकझोंक बढ़ जायेगी.
कांग्रेस : तुला लग्न राहुल गांधी का है, लेकिन झारखंड और महाराष्ट्र चुनाव के समय सूर्य इन्हीं के लग्न में नीचस्थ है. इसलिए नवंबर का चुनाव राहुल गांधी के पक्ष में नहीं होगा. वहीं, कांग्रेस मीन लग्न की है और मीन राशि पर शनि की साढ़े साती है.
महागठबंधन : महागठबंधन में कांग्रेस के सदस्याें की संख्या घटेगी और राजद की बढ़ेगी.