Loading election data...

Jharkhand Election 2024: बंटी-बबली की जोड़ी बिछा रही है हरियाणा जैसी बिसात : झामुमो

झामुमो ने भारत निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा है. केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बंटी और बबली की जोड़ी ने झारखंड में भी हरियाणा जैसी बिसात बिछाने का काम शुरू कर दिया है.

By Nitish kumar | October 21, 2024 9:46 AM
an image


Jharkhand Election 2024, रांची: झामुमो ने भारत निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बंटी और बबली की जोड़ी ने झारखंड में भी हरियाणा जैसी बिसात बिछाने का काम शुरू कर दिया है. एक ओर चुनाव आयोग का स्लोगन और टैग लाइन है कि एक भी वोटर छूटे न. दूसरी ओर चुनाव आयोग सर्कुलर जारी करके ग्रामीण और शहरी मतदान के समय में एक घंटा का अंतर कर देता है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि शहरी वोटरों को शाम पांच बजे तक, जबकि ग्रामीण वोटरों को शाम चार बजे मतदान के लिए समय दिया गया है. अगर यही करना है, तो फिर झूठे स्लोगन चुनाव आयोग क्यों जारी करता है. दरअसल, भाजपा इलेक्शन कमीशन के जरिये झामुमो और इंडिया गठबंधन के मूल वोट आधार ग्रामीण क्षेत्रों में वोटिंग कम कराना चाहती है. एक ओर चुनाव आयोग महाराष्ट्र चुनाव को लेकर पुराने डाटा जारी करते हुए कहता है कि शहरी क्षेत्र में 12 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 88 प्रतिशत वोटिंग हुई. ऐसे में चुनाव आयोग ग्रामीण क्षेत्रों के वोटरों को रोक कर क्या दिखाना चाहता है, यह उसे स्पष्ट करना चाहिए.

पार्टी के कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री भट्टाचार्य ने कहा कि अब नरेंद्र मोदी और बाबूलाल मरांडी चुनाव में किस मुंह से परिवारवाद पर बोलेंगे. भाजपा और आजसू ने परिवारवाद की सारी हदें पार कर दी. यह शायद पहली बार होगा कि बाप-बेटे (चंपाई सोरेन व बाबूलाल सोरेन) विधानसभा का चुनाव एक साथ लड़ेंगे. एक ऐसा दल जहां पर एक भाई की पत्नी गठबंधन के ही एक दल से और दूसरा भाई (चंद्रप्रकाश के भाई और पत्नी) गठबंधन के दूसरे दल से चुनाव लड़ेंगे. इतना ही नहीं, इस बार तो एक राज्यपाल की बहू (रघुवर की बहू पूर्णिमा दास) और एक पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी (अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा) चुनावी समर में हैं.

महाराष्ट्र के डीजीपी नहीं हटे, झारखंड में हटा दिये गये

श्री भट्टाचार्य ने कहा कि हमारी सहयोगी राष्ट्रीय दल कांग्रेस ने महाराष्ट्र के डीजीपी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए इलेक्शन कमीशन को पत्र लिखा था. मगर अब तक उन्हें नहीं हटाया गया. क्योंकि, वहां पर भाजपा गठबंधन की सरकार है. मगर, यहां के डीजीपी को हटा दिया गया. वाह रे इलेक्शन कमीशन का न्याय. जनता सब देख और समझ रही है.

Also Read: Jharkhand Election: 34 सालों से इन 2 विधानसभा सीटों पर BJP का कब्जा, आखिरी बार 1985 में कांग्रेस जीती थी यहां से

Exit mobile version