Jharkhand Election: हुसैनाबाद सीट से हरिहर सिंह ने लगायी थी जीत की हैट्रिक, 1990 के बाद से BJP को नहीं मिली जीत

Jharkhand Election 2024 : हुसैनाबाद सीट से लगातार हरिहर सिंह ही केवल ऐसे शख्स थे जिन्होंने जीत की हैट्रिक लगायी है. उसके बाद से कोई भी दूसरा नेता लगातार दूसरी बार चुनाव नहीं जीत पाया है.

By Sameer Oraon | October 22, 2024 8:10 AM

अविनाश, रांची : पलामू के हुसैनाबाद और छत्तरपुर विधानसभा क्षेत्र का इतिहास काफी रोचक रहा है. हुसैनाबाद से लगातार तीन बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड हरिहर सिंह (अब दिवंगत )के नाम है. हरिहर सिंह ने 1977 में इंदिरा विरोधी लहर में भी हुसैनाबाद सीट पर कांग्रेस को जीत दिलायी थी. इसके बाद उन्होंने 1980 और 1985 का चुनाव भी जीता था. विधायक रहते 1987 में हरिहर सिंह का निधन हो गया था. हरिहर सिंह के बाद अब तक हुसैनाबाद सीट से लगातार दूसरी दफा कोई भी नेता चुनाव नहीं जीत पाये हैं.

1990 में हुसैनाबाद सीट से बीजेपी के दशरथ सिंह को मिली थी जीत

आंकड़ों पर गौर करें, तो हुसैनाबाद विस सीट से 1990 में भाजपा से दशरथ सिंह, 1995 में जनता दल से अवधेश कुमार सिंह (अब दिवंगत), 2000 में राजद के संजय सिंह यादव, 2005 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर कमलेश कुमार सिंह ने चुनाव जीता था. वर्ष 2009 में संजय सिंह यादव ने फिर से वापसी की, लेकिन 2014 में उन्हें बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने शिकस्त दी. 2019 के चुनाव में पुन: कमलेश सिंह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीते. 2024 के विधानसभा चुनाव में कमलेश सिंह भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

कमलेश सिंह पर होंगी सबकी नजरें

इस सीट पर 1990 के बाद भाजपा की जीत नहीं हुई है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि हुसैनाबाद में कमलेश सिंह कमल खिला पाते हैं या नहीं. प्रारंभिक दौर से पलामू में हुसैनाबाद की सीट राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही है. इस सीट से 1967 में भीष्म नारायण सिंह (अब स्वर्गीय) ने चुनाव जीता था. वह एकीकृत बिहार में कैबिनेट मंत्री भी रहे. बाद में 1976 में वह राज्यसभा के लिए चुने गये. 1980 में वह केंद्र के इंदिरा गांधी मंत्रिमंडल में संसदीय कार्य मंत्री बने. वर्ष 1984 से 1989 तक असम और मेघालय के राज्यपाल रहे. 1991 से 93 तक वह तमिलनाडु के भी राज्यपाल रहे.

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