Jharkhand Election 2024: डैमेज कंट्रोल में जुटे शिवराज और हिमंता, मानमनौव्वल को दौर जारी

भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा के बाद नाराज नेताओं को मनाने का दौर शुरू हो गया. डैमेज कंट्रोल को लेकर भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान तथा सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा सोमवार को रांची पहुंचे.

By Nitish kumar | October 22, 2024 8:47 AM
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Jharkhand Election 2024, रांची: भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा के बाद नाराज नेताओं को मनाने का दौर शुरू हो गया. डैमेज कंट्रोल को लेकर भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान तथा सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा सोमवार को रांची पहुंचे. दोनों प्रभारी टिकट बंटवारे से नाराज चल रहे नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. टिकट नहीं मिलने से नाराज पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन मान मनौव्वल के बाद सोमवार को उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया. वहीं सोमवार को नामांकन के तीसरे दिन भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सह विधायक भानु प्रताप शाही व पांकी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ शशिभूषण मेहता ने नामांकन किया.

भाजपा नेता शिवराज चौहान और हिमंता विश्वा सरमा ने श्रीमती सरदार से बात की. इधर, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय भी नाराज चल रहे थे. शिवराज सिंह चौहान और हिमंता विश्वा सरमा उनके घर गये और उनसे बात कर नाराजगी दूर की. रांची पहुंचने के बाद बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री सरमा ने कहा कि फिलहाल मेरे पास कार्यकर्ताओं की नाराजगी की खबर नहीं है.

साधारणत: पार्टी की सूची जारी होने के बाद झारखंड में इतिहास रहा है कि कुछ असंतुष्टि दिखती है. कुछ लोग इस्तीफा भी देते हैं. लेकिन इस बार टिकट बंटवारे से लोग उत्साहित हैं. कोई असंतुष्टि नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा बड़ी पार्टी है. इसमें कुछ असंतुष्टि स्वाभाविक है. जिनके मन में दुख है. हम उनसे बात करेंगे. श्री सरमा ने कहा कि बरहेट व टुंडी में भी प्रत्याशियों की घोषणा भी जल्द कर दी जायेगी. यहां दूसरे चरण में मतदान होना है. लुईस मरांडी की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा के हैं, वे मान जायेंगे.

भाजपा में परिवारवाद नहीं

टिकट बंटवारे में परिवारवाद के सवाल पर श्री सरमा ने कहा कि भाजपा में परिवारवाद नहीं है. अर्जुन मुंडा नहीं लड़े, तो उनकी पत्नी लड़ीं. रघुवर दास ने चुनाव नहीं लड़ा तो पूर्णिमा दास लड़ रही हैं. दूसरे दल में पति, पत्नी व भाई लड़ रहे हैं. जहां तक चंपाई सोरेन का सवाल है, तो उनके आने के पहले ही बात हुई थी. वे हमारी पार्टी में नये आये हैं. इनके योगदान के समय उनके साथ जो बात हुई थी, उस पर अमल किया गया है. यह एक नया प्रयोग है.

पूर्व मंत्री बाटुल व पूर्व विधायक सोरेन ने भाजपा छोड

संताल परगना के दो भाजपा नेता पूर्व मंत्री सत्यानंद झा ””बाटुल”” व पूर्व मंत्री मिस्त्री सोरेन ने भाजपा के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. नाला के पूर्व विधायक सत्यानंद झा बाटुल ने कहा कि वह जल्द ही दूसरे दल में जाकर नाला से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. महेशपुर के पूर्व विधायक व भाजपा नेता मिस्त्री सोरेन ने कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

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