Jharkhand Election 2024, रांची : दूसरे चरण में झारखंड की सबसे हाई प्रोफाइल सीट में से एक सिल्ली में चुनाव संपन्न हो चुका है. इस सीट पर सबकी निगाहें थीं. इस बार त्रिकोणीय लड़ाई में यह और मजेदार हो गयी है. राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो के गढ़ में झामुमो के अमित महतो व जेएलकेएम के देवेंद्र महतो चुनौती देने उतरे हैं. सिल्ली में सबका अपना-अपना चुनावी पॉकेट है. इसलिए इस बार किसके तरफ हवा का रूख है यह अंदाजा लगाना मुश्किल है.
आजसू का सिल्ली में अपना पैठ, अमित महतो के पास इंडिया गठबंधन का परंपरागत वोट
सुदेश महतो के लिए विकास का मॉडल सिल्ली राजनीतिक संघर्ष के नये मोड़ पर खड़ा हो गया है. आजसू का इस क्षेत्र में अपना कामकाज और पैठ है. एक बड़े वोट बैंक पर आजसू का कब्जा है. वहीं, अमित महतो के पास इंडिया गठबंधन का परंपरागत वोट बैंक है. जेकेएलएम के देवेंद्र महतो ने अपनी जगह कुछ खास इलाके में बना ली है. जातीय वोट बैंक में सेंधमारी की है. शाम पांच बजे तक सिल्ली में 76.7 प्रतिशत वोट पड़ चुके थे.
सिल्ली, सोनाहातू, राहे के दर्जनों बूथ पर महिलाओं की लंबी कतार
सिल्ली, सोनाहातू, राहे के दर्जनों बूथ पर महिलाओं की लंबी-लंबी कतार थी. महिलाओं में वोटिंग का उत्साह चरम पर था. चुनावी मिजाज महिलाएं तय करती हुईं दिखीं. आजसू ने महिला समिति को इस क्षेत्र में मजबूत बनाया है, वहीं कहीं-कहीं मंईयां सम्मान योजना का करंट भी दिखा. सिल्ली और शहरी इलाके में वोटरों का मिजाज कुछ और था, तो सोनाहातू के मुद्दे और समस्याएं कुछ और थे. वोट अपने-अपने एजेंडे के साथ वोट करने पहुंचे थे. सिल्ली प्रखंड और इसके आसपास में आजसू की मजबूत पकड़ दिखी, वहीं सोनाहातू, राहे और अनगड़ा में जमकर सेंधमारी हुई. हर दल ने एक दूसरे के फसल काटे हैं.
सोनाहातू के बूथ में अपने अपने खेमे में बंटे लोग
सोनाहातू के बूथों में सुबह से ही मतदाताओं के आने का सिलसिला जारी था. दोपहर तक बूथों पर लंबी कतार हो गयी. सोनाहातू प्रखंड के 81 बूथ थे. किता, चौके सेरंग, बाडे़डीह, कोका लगाम कई गांवों के वोटरों में भारी उत्साह था. सोनाहातू में अलग-अलग खेमा में बंटे वोटर मिले. सबके अपने-अपने एजेंडे थे. जामुदाग उत्क्रमित विद्यालय में दिन के एक बजे महिलाओं की लंबी कतार लगी थी. इस स्कूल के तीन बूथ बने थे. एक बूथ पर करीब एक हजार वोटर थे. दिन के एक बजे 528 वोट पड़ चुके थे. इस बूथ पर तीनों ही प्रत्याशियों के बीच संघर्ष चल रहा था. युवा के लिए अलग एजेंडा और पंसद थे. एक युवक ने बताया कि थ्री जी, फॉर जी, अब फाइव जी चलेगा. बंता हजाम के एक बूथ में मिली युवती ललिता का कहना था कि अच्छी सरकार बने, उसके लिए वोट किया है. रोजगार मिलना चाहिए. हजार-पांच सौ से कुछ होने वाला नहीं है. गांव में हम लोग पढ़ के बैठे हैं, कुछ नहीं हो रहा है. हजाम के बूथ में दिन के 12 बजे तक 1165 वोट में 645 वोट पड़ चुके थे. यहां वोटर बड़े उत्साह और आने वाली सरकार से उम्मीद लेकर वोट देने पहुंचे थे. महिलाओं का कहना था कि इस इलाके में पानी की समस्या है. सभी घरों तक नल से पानी नहीं पहुंचा है.
निर्दलीय प्रत्याशी व पूर्व विधायक के पोते वोट करने पहुंचे
माकपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह मुंडा का पोता सोनाहातू निवासी निर्दलीय प्रत्याशी विकास सिंह मुंडा सिल्ली विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे. जिसमें बुधवार को बूथ संख्या 205 अपने मताधिकार का प्रयोग किया. विकास सिंह मुंडा पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह मुंडा का पोता है जो वर्तमान में सोनाहातू पंचायत के मुखिया व सोनाहातू मुखिया संघ के अध्यक्ष हैं. वहीं हेमंती देवी मुंडा सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप से चुनाव लड़ रही है जो बूथ संख्या 209 अपने मताधिकार का प्रयोग की. हेमंती देवी मुंडा नीमडीह गांव की गृहणी है जिसमें पति दारोगा में कार्यरत है.
सिल्ली के बूथों को हाल : दोपहर तक ही पड़ चुके थे आधे वोट, गजब का उत्साह
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को सिल्ली विधानसभा के अधिकांश बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ. वोटरों का उत्साह चरम पर देखने को मिला. सुबह सात बजे से ही वोटरों की कतार बूथों पर लग गयी थी. महिलाएं भी पीछे नहीं दिखी. दिन के एक बजे तक ही सिल्ली के अधिकांश बूथों पर 50 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुके थे. सिल्ली प्रखंड में 110 बूथ थे. कई बूथों पर तो पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा थी. सिल्ली के नागेडीह गांव के एक बूथ पर नेत्रहीन 85 वर्षीय महिला चंद्रावती कुमारी ने मतदान किया. उन्होंने बताया कि भले ही मुझे दिखाई नहीं देती, लेकिन मतदान मेरा अधिकार है. वोट देने का जब-जब मौका मिलता है, जरूर वोट देती हूं.
सुदेश की बेटी शिरीन भी पहुंची बूथ, कहा मतदान की प्रक्रिया देख कर लगा अच्छा
प्रत्याशी सुदेश महतो अपनी पत्नी व बेटी शिरीन के साथ दिन के लगभग 12 बजे राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय लगाम पर वोट डालने पहुंचे थे. बेटी शिरीन ने बताया कि अभी वे 11वीं कक्षा की छात्रा है. अगले चुनाव में वोट डालने का मौका मिलेगा, लेकिन मतदान की प्रक्रिया को देख कर काफी अच्छा लगा. यह पूछने पर कि चुनावी व्यवस्था के बीच आपके पापा (सुदेश महतो) परिवार के साथ कितना समय देते हैं. शिरीन ने बताया कि अभी उनकी व्यस्तता काफी ज्यादा है, लेकिन वे जनता के साथ-साथ परिवार को पूरा समय देते हैं.