Jharkhand Election, रांची : झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव के समय झारखंड में जांच एजेंसियां सक्रिय हो गयी हैं. राज्य में यह खेल लंबे समय से चल रहा है. इसी साजिश के तहत राज्य के सबसे लोकप्रिय सीएम को जेल में डाला गया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के पर्व को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. सुप्रियो भट्टाचार्य झामुमो कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि साहिबगंज में एक तरफ नामांकन हो रहा है, वही दूसरी तरफ बिना तथ्य और सबूत के एक जांच एजेंसी की ओर से कारवाई की गयी.
चुनाव को प्रभावित करना बीजेपी का मकसद
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि लोकतंत्र का त्योहार चल रहा है और दूसरी तरफ उसे कमजोर करने का काम भाजपा द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सच पूछा जाये, तो भाजपा चुनाव हार चुकी है. उनका बस एक ही मकसद रह गया है कि चुनाव को कैसे प्रभावित किया जाये. चुनाव के समय जानबूझ कर जांच एजेंसियों की कारवाई हो रही है. यह कार्रवाई करके परसेप्शन बनाया जा रहा है. अपने हथियार के रूप में इडी का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने चुनाव आयोग से इसे संज्ञान में लेने की अपील की है.
ईडी के पास तथ्य और सबूत नहीं
उन्होंने कहा कि इडी के पास न तथ्य है और न कोई सबूत. इसकी कार्रवाई को तो हाइकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने नकारा है. उन्होंने कहा कि हमारे एक प्रत्याशी, जो मंत्री रहे, ने सबसे ज्यादा काम किया. उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है. ढाई साल में उन्होंने कौन सी जांच कर ली और क्या मिला है, यह बतायें.
महापर्व को कमजोर किया जा रहा
सुप्रियो ने आगे कहा कि लोकतंत्र के महापर्व को कमजोर करने का काम भाजपा द्वारा किया जा रहा है. भाजपा द्वारा राजनीतिक घुसपैठ करायी जा रही है. इस काम के लिए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय नेताओं को राज्य में लाया गया है. हिमंता के बयान पर उन्होंने कहा कि भाषा की मर्यादा भी तोड़ी जा रही है. समाज में जहर घोला रहा है और हिंसा की बात बोली जा रही है. फिर भी चुनाव आयोग मौन है. उन्होंने दावा कि हम लोग न सिर्फ चुनाव जीतेंगे, बल्कि समृद्ध और संपन्न झारखंड बनायेंगे.
Also Read: हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा को मिल गया उम्मीदवार, बरहेट से गमालियल हेम्ब्रम लड़ेंगे चुनाव