ज्योति मिश्र (रिसर्च एसोसिएट, सीएसडीएस)
Jharkhand Election Result : हाल ही में संपन्न झारखंड विधानसभा चुनाव ने महिला मतदाताओं पर बढ़ते राजनीतिक फोकस को उजागर किया है. इस चुनाव में सभी प्रमुख दलों ने इस महत्वपूर्ण वर्ग को लुभाने के लिए महिला केंद्रित कल्याण योजनाओं को सामने रखा. सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन, दोनों ने महिलाओं का साथ पाने के लिए उन्हें लक्षित कर अपनी रणनीतियां तैयार कीं.
झामुमो ने मंईयां सम्मान योजना से महिला वोट बैंक को साधा
झामुमो सरकार ने महिलाओं को लुभाने के लिए मंईयां सम्मान योजना शुरू की और इस योजना के तहत अगस्त 2024 से प्रतिमाह महिलाओं को एक हजार रुपये देना शुरू किया. लोकनीति-सीएसडीएस के आंकड़ों से पता चलता है कि सर्वेक्षण में शामिल परिवारों की दो-तिहाई (66 प्रतिशत) महिला सदस्यों ने इस योजना के लिए पंजीकरण कराया. इन परिवारों में से, लगभग आधे (47 प्रतिशत) ने इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान किया, जो बताता है कि इस योजना का चुनाव पर कितना प्रभाव पड़ा.
गोगो दीदी योजना के बाद झामुमो ने 2500 रुपये की मंईयां सम्मान योजना की राशि
दूसरी ओर, भाजपा की गोगो दीदी योजना, जिसमें वादा किया गया था कि राज्य में भाजपा की सरकार आने पर महिलाओं को 2100 रुपये प्रतिमाह का भुगतान किया जायेगा, ने भी महिलाओं का ध्यान खींचा. भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर सक्रिय रूप से महिलाओं को इस योजना के लिए पंजीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे पार्टी की पहुंच बढ़ी. सर्वेक्षण के निष्कर्षों से पता चलता है कि जिन घरों में महिलाओं ने गोगो दीदी योजना के लिए पंजीकरण कराया, उनमें कुल औसत की तुलना में भाजपा का वोट शेयर अधिक रहा, जो एनडीए के लिए वोट हासिल करने में इसका प्रभाव दिखाता है. गोगो दीदी योजना के जवाब में ही झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने बाद में मंईयां सम्मान योजना के लिए दिये जाने वाले भुगतान को बढ़ा कर 2500 रुपये प्रतिमाह कर दिया.
महिला-पुरुष मतदान पैटर्न का विश्लेषण
लिंग-वार मतदान पैटर्न का सूक्ष्म विश्लेषण करने पर पता चलता है कि किस तरह महिलाओं ने चुनावी परिणाम को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. आंकड़े बताते हैं कि जहां पुरुषों और महिलाओं ने भाजपा काे (38 प्रतिशत) समान रूप से समर्थन दिया, वहीं इंडिया गठबंधन ने महिलाओं के बीच बेहतर प्रदर्शन किया. चुनाव में इस गठबंधन को पुरुषों के 43 प्रतिशत की तुलना में महिलाओं के 45 प्रतिशत वोट मिले. ग्रामीण और आदिवासी मतदाताओं के बीच इंडिया को मिले कुल लाभ की बात करें, तो इन वर्गों की महिलाओं ने भी इंडिया गठबंधन को अधिक वोट दिया. ग्रामीण महिलाओं में से लगभग आधी (48 प्रतिशत) ने, जबकि 37 प्रतिशत शहरी महिलाओं ने इंडिया गठबंधन को समर्थन दिया. आदिवासी महिलाएं तो आइएनडीआइ गठबंधन के गढ़ के रूप में उभरीं, जहां पांच में से तीन (60 प्रतिशत) ने गठबंधन के पक्ष में अपना मत डाला.
झारखंड चुनाव में महिलाओं का महत्व बढ़ा
वर्ष 2024 का झारखंड चुनाव महत्वपूर्ण मतदाता आधार के रूप में महिलाओं के बढ़ते महत्व की पुष्टि करता है. महिला केंद्रित कल्याण नीतियों ने मतदाताओं की प्राथमिकताओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, और अंततः महिलाओं ने इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान किया. निष्कर्षों से पता चलता है कि इंडिया गठबंधन की जीत में ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करना और मंईयां सम्मान जैसी कल्याणकारी योजनाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इसके विपरीत, हालांकि भाजपा की गोगो दीदी योजना ने लोकप्रियता हासिल की, पर इस योजना का आकर्षण शहरी क्षेत्रों और गैर-एसटी महिलाओं के बीच तुलनात्मक रूप से कहीं अधिक था.