रांची/महुआटांड़ : झारखंड सरकार के एकमात्र ताप विद्युत केंद्र ललपनिया स्थित तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) की दो नंबर यूनिट से बिजली उत्पादन ठप हो गया है. वजह है कोयला की कमी. कोयले का स्टॉक समाप्त हो जाने पर बुधवार की सुबह 9.15 बजे इसे बंद करना पड़ा. इस यूनिट से 160 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था. अब केवल एक नंबर यूनिट चालू है, जिससे 165 मेगावाट उत्पादन हो रहा है. इधर टीवीएनएल के ठप होते ही राजधानी रांची समेत राज्य भर में बिजली संकट गहरा गया है. जेबीवीएनएल ने सेंट्रल पूल से अतिरिक्त बिजली की मांग की है. देर रात तक मिलने की संभावना जतायी गयी है.
बिजली न रहने से राज्यभर में 400 मेगावाट की कटौती की जा रही थी. इधर, बताया गया कि एनटीपीसी का नॉर्थ कर्णपुरा प्लांट भी बंद है. इससे 160 से 170 मेगावट बिजली का उत्पादन होता था. लगभग 320 मेगावाट और सेंट्रल पूल से 80 मेगावाट कम यानी कुल 400 मेगावाट की कमी हो गयी है. जिसका असर ग्रामीण इलाकों में पड़ा. ग्रामीण इलाकों में जमकर लोड शेडिंग की जा रही है. शहरों में भी घंटों बिजली बाधित रहने शिकायत मिली है. हालांकि, इसे दुर्गा पूजा के लिए मेटेनेंस बताया जा रहा है. फिलहाल शाम में सिकिदिरी हाइडल को चालू कर बिजली आपूर्ति की गयी. इससे 130 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. राज्य में कुल 1900 मेगावाट बिजली की जरूरत थी, पर केवल 1500 मेगावाट बिजली ही उपलब्ध थी.
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गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से टीटीपीएस कोयला संकट झेल रहा था. सीसीएल से पर्याप्त मात्रा में कोयला आपूर्ति नहीं हो रही थी. दो रैक की जगह महज एक रैक कोयला ही दिया जा रहा था. इस स्थिति को देखते हुए निगम के एमडी अनिल कुमार शर्मा लगातार सीसीएल के सीएमडी से संपर्क में थे. पत्राचार भी किया. ऊर्जा विभाग के वरीय पदाधिकारियों को भी अवगत कराया था. जानकारी के मुताबिक, बकाया अधिक होने के कारण सीसीएल द्वारा कम कोयला दिया जा रहा है. सीसीएल का टीवीएनएल पर करीब 1400 करोड़ रुपया बकाया है. इधर, जानकारी यह भी है कि दो से तीन रेलवे रैक कोयला गुरुवार की दोपहर या शाम तक टीटीपीएस में आपूर्ति हो सकती है. इसके बाद तेनुघाट की बंद यूनिट दोबारा चालू होने की संभावना है.