झारखंड में बिजली की नहीं होगी कमी, दिसंबर में PVUNL की पहली यूनिट का उत्पादन, 85 प्रतिशत हिस्सा केवल राज्य को
Jharkhand electricity crisis: पीवीयूएनएल की पहली यूनिट से दिसंबर 2024 में उत्पादन आरंभ हो जायेगा. इस यूनिट से 800 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. इससे काफी हद तक बिजली की समस्या दूर हो सकती है.
पतरातू: पतरातू में जेबीवीएनएल और एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम पीवीयूएनएल की पहली यूनिट से दिसंबर 2024 में उत्पादन आरंभ हो जायेगा. इस यूनिट से 800 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. यह जानकारी पीवीयूएनएल के सीइओ आरके सिंह ने शनिवार को कंपनी के पतरातू स्थित सुभाषचंद्र हॉल में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी.
दिसंबर 2025 तक 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन
उन्होंने बताया कि 4000 हजार मेगावाट की पतरातू परियोजना झारखंड के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. पहले फेज में 800 मेगावाट की तीन यूनिट लगानी है. इसी वर्ष दिसंबर से पहली यूनिट से बिजली उत्पादन शुरू हो जायेगा. दूसरी यूनिट का काम सितंबर 2025 व तीसरी यूनिट का काम नवंबर 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा. कार्य पूरा होते ही उत्पादन शुरू हो जायेगा. कुल मिलाकर दिसंबर 2025 तक 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होने लगेगा. कोयला हेंदेगीर के बनहरदी कोल माइंस से आयेगा.
85 प्रतिशत बिजली राज्य सरकार को मिलेगी :
सीइओ ने बताया कि बताया कि यहां से जो बिजली तैयार होगी, उसका 85 प्रतिशत हिस्सा राज सरकार को मिलेगा. प्रोजेक्ट पूरा होने पर 4000 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. इसका 85 प्रतिशत यानी करीब 3400 मेगावाट बिजली केवल झारखंड को मिलेगा. सीइओ ने कहा कि क्षेत्र के मुखिया अपने पंचायत में विकास कार्य के लिए अक्सर पीवीयूएनएल से सहयोग की मांग करते हैं.
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