झारखंड में 300 मेगावाट की लोड शेडिंग, पावर एक्सचेंज से नहीं मिल रही बिजली
नामकुम ग्रिड को 118 की जगह 95, हटिया ग्रिड को 120 की जगह 100 व कांके ग्रिड को 70 की जगह 60 मेगावाट बिजली मिल रही थी. लगभग 60 मेगावाट की कमी थी.
रांची : रांची समेत राज्य के बड़े हिस्सों में लगातार लोड शेडिंग हो रही है. वजह है कि पावर एक्सचेंज से झारखंड को अतिरिक्त बिजली नहीं मिल पा रही है. शुक्रवार को राज्य में बिजली की मांग 1810 मेगावाट हो गयी थी. पर केवल 1500 मेगावाट बिजली ही उपलब्ध थी. इस कारण 300 मेगावाट की लोड शेडिंग की जा रही थी. रांची के ग्रामीण इलाकों भी लोड शेडिंग की गयी. खासकर कांके, होटवार, ओरमांझी, बुंडू, तमाड़, बेड़ो, रातू आदि इलाकों में लगातार शेडिंग की जा रही है. दूसरी ओर खूंटी, गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, पलामू, चाईबासा, सरायकेला-खरसावां, जमशेदपुर में भी 24 घंटे में 13-14 घंटे ही बिजली ग्रामीण इलाकों में दी जा रही है. शहरी क्षेत्र में 18 से 20 घंटे तक बिजली दी जा रही है.
रांची में मांग 310 मेगावाट की, मिल रही 250 मेगावाट बिजली
रांची में शुक्रवार को 310 मेगावाट बिजली की मांग थी. पर केवल 250 मेगावाट ही बिजली मिल रही थी. नामकुम ग्रिड को 118 की जगह 95, हटिया ग्रिड को 120 की जगह 100 व कांके ग्रिड को 70 की जगह 60 मेगावाट बिजली मिल रही थी. लगभग 60 मेगावाट की कमी थी. इस कारण अलग-अलग इलाकों में शेडिंग कर बिजली आपूर्ति की जा रही थी.
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मांग थी 1810 मेगावाट, मिली 1500 मेगावाट बिजली
बताया गया कि 1810 मेगावाट बिजली की मांग थी. पर केवल 1500 मेगावाट ही बिजली उपलब्ध करायी गयी. इसमें तेनुघाट से 320 मेगावाट, इनलैंड से 50 मेगावाट, आधुनिक से 180 मेगावाट तथा शेष बिजली सेंट्रल पूल से मिल रही थी. दिन के समय राजस्थान से 400 मेगावाट बिजली मिल रही थी. यह सोलर व विंड एनर्जी से मिलती है. पर शाम होते ही इसमें भी कटौती हो जाती है. जेबीवीएनएल द्वारा पावर एक्सचेंज से करीब 500 मेगवाट बिजली की मांग की गयी पर 100 मेगावाट के करीब ही बिजली मिल पायी. इस कारण 300 मेगावाट से अधिक की शेडिंग करनी पड़ी.