Jharkhand : स्मार्ट सिटी को गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन देगा 24 घंटे बिजली, करोड़ों की लागत से हो रहा निर्माण

इस तकनीक में सब स्टेशन निर्माण के लिए केवल एक चौथाई जमीन की होती है जरूरत. बाद में हटिया व मांडर ग्रिड काे भी इस सब स्टेशन से जोड़ने की है याेजना

By Prabhat Khabar News Desk | August 11, 2021 9:33 AM

jharkhand electricity news रांची : एचइसी में प्रस्तावित स्मार्ट सिटी को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने पर काम हो रहा है. स्मार्ट सिटी में सौर ऊर्जा व अन्य माध्यम से 15 मेगावाट बिजली का उत्पादन प्रस्तावित है. वहीं, स्मार्ट सिटी में 24 घंटे बिजली देने के लिए गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन भी बनाया जा रहा है. इस सब स्टेशन से स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट वाले क्षेत्र के 656.3 एकड़ इलाके में बिजली की निर्बाध आपूर्ति होगी. नगर विकास विभाग के निर्देशन में 220 करोड़ रुपये की लागत से धुर्वा में गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन का निर्माण प्रगति पर है. निर्माणाधीन सब स्टेशन 220/33 केवी का होगा. इसका ट्रांसमिशन लाइन वर्क 132 केवी का प्रस्तावित है. बाद में सब स्टेशन को हटिया और मांडर ग्रिड से भी जोड़ने की योजना है.

कम भूमि का इस्तेमाल कर अधिक बिजली का होगा उत्पादन : गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन अब तक की सबसे नवीनतम तकनीक है. पुरानी तकनीक की तुलना में इसमें सब स्टेशन निर्माण के लिए केवल एक चौथाई जमीन की ही जरूरत होती है. हालांकि, गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन के निर्माण कार्य की लागत थोड़ी अधिक है. झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड व रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड मिल कर इसका निर्माण करा रहा है.

स्मार्ट सिटी की तर्ज पर राजधानी में चार गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन (जीआइएस) के निर्माण की योजना प्रस्तावित है. रांची सर्किल के अंदर बननेवाले इन चारों सब स्टेशन के लिए स्थल का चयन कर लिया गया है. योजना को पूरा करने के लिए जेबीवीएनएल की ओर से झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड को जमीन चिह्नित कर रिपोर्ट भेजी गयी है. फिलहाल, संचरण निगम की ओर से टेंडर निकालने के लिए कंसल्टेंट नियुक्त कर इसके वास्तविक मूल्यांकन की तैयारी की जा रही है.

मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद सभी जगहों पर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा. इन सब स्टेशन के तैयार होने के बाद 33 केवी लाइन की दूरी काफी घट जायेगी, इससे उपभोक्ताओं को क्वालिटी बिजली मिलने में मदद मिलेगी. फिलहाल, स्मार्ट सिटी के अंदर एलएंडटी की मदद से गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन तैयार हो रहा है.

Posted By : Sameer Oraon

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