Jharkhand News, Ranchi News रांची : झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने धनतेरस से छठ तक राजधानी को 24 घंटे बिजली देने की तैयारी शुरू कर दी है. निगम ने अनुमान लगाया है कि उक्त अवधि में राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में 20 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की जरूरत पड़ेगी. इसमें 15 मेगावाट बिजली शहरी इलाके को, जबकि पांच मेगावाट बिजली ग्रामीण इलाकों को चाहिए होगा. इन जरूरतों को देखते हुए निगम ने कॉमर्शियल एंड रेवेन्यू (सीएंडआर) विभाग को ‘डिमांड नोट’ भेज दी है.
इधर, दीवाली से छठ तक शहर में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निगम ने राजधानी के तीनों ग्रिडों को विशेष रूप से तैयार रहने को कहा है. दीवाली के दिन लोड बढ़ने के कारण होनेवाली संभावित तकनीकी समस्याओं के मद्देनजर सभी डिविजनों को भी अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. आपात स्थिति से निबटने के लिए शाम के वक्त अतिरिक्त मैन पावर की तैनाती, रेडी टू मूव पोजिशन पर ट्रांसफॉर्मर और तत्काल बदलने के लिए पावर सबस्टेशन में उपकरण उपलब्ध करा दिये गये हैं. निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए शटडाउन की मंजूरी महज कार्यपालक अभियंता को सौंपी गयी है.
राजधानी और आसपास के इलाकों में हटिया-1, नामकुम और कांके ग्रिड से बिजली की सप्लाई होती है. फिलहाल सामान्य अवस्था में पीक आवर के दौरान करीब 220 मेगावाट बिजली की खपत होती है. इसमें हटिया से 94, नामकुम से 74 और कांके से 52 मेगावाट बिजली मिलती है. कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन में पूरी तरह से छूट मिलने से व्यवसायिक प्रतिष्ठान और इंडस्ट्रीज खुलने के कारण संचरण लाइनों पर दवाब बढ़ गया है. दीवाली के दौरान पूरे शहर में बिजली से साज-सज्जा पर अतिरिक्त रोशनी की जगमगाहट होगी. इससे करीब 20 मेगावाट बिजली की खपत बढ़ने का अनुमान है.
Posted by : Sameer Oraon