रांची: केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने पावर एक्सचेंज से राज्य की बिजली कंपनियों द्वारा खरीदी जाने वाली बिजली की दरों में कमी की है. नियामक आयोग की ओर से यह दर शून्य से लेकर 12 रुपये प्रति यूनिट तक निर्धारित की गयी है. पूर्व में यह दर 20 रुपये प्रति यूनिट तक थी. राज्य की बिजली कंपनियों को प्रतिदिन अतिरिक्त बिजली लेने पर इसका भुगतान करना होता है. दो अप्रैल से नयी दरें प्रभावी हो गयी हैं. इससे झारखंड को प्रतिदिन लगभग दो करोड़ रुपये की बचत होगी.
प्रत्येक बिजली वितरण कंपनी राज्य में उपभोक्ता की संख्या के आधार पर बिजली का कोटा तय कर लेती है. इसके लिए एनटीपीसी व अन्य कंपनियों से दर तय कर ली जाती है. बिजली की मांग बढ़ने पर पावर एक्सचेंज सिस्टम से अतिरिक्त बिजली ली जाती है.
अतिरिक्त बिजली लेने के लिए वितरण कंपनियों को बिडिंग करनी पड़ती है. जो सबसे अधिक दर पर बिडिंग करता है, उसे ही बिजली दी जाती है. शाम पांच से रात 10 बजे तक झारखंड में बिजली की अधिकतम मांग रहती है. तब झारखंड को पावर एक्सचेंज से 200 से 300 मेगावाट बिजली खरीदनी पड़ती है. पीक आवर में बिडिंग करने पर दर 20 रुपये प्रति यूनिट तक चल जाती थी.
Posted By: Sameer Oraon