Jharkhand News: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए नये बिजली टैरिफ का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग में सौंपा है. इसमें लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव है. हालांकि किस वर्ग में कितना चार्ज बढ़ेगा, इसका विवरण अभी नहीं दिया गया है. अभी केवल वार्षिक राजस्व जरूरत और इसमें हो रही कमी का विवरण दिया गया है.
30 नवंबर को प्रस्ताव दाखिल करने की अंतिम तिथि होती है. किस श्रेणी के उपभोक्ताओं का बिजली शुल्क कितना बढ़ेगा इसका प्रस्ताव एक से दो माह बाद दिया जायेगा. जेबीवीएनएल के बिजली टैरिफ बढ़ाने के प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय विद्युत नियामक आयोग लेगा. इसके लिए जनसुनवाई आयोजित होगी. प्रकिया पूरी होने में तीन से चार महीने का समय लग सकता है.
जेबीवीएनएल ने प्रस्ताव में बताया है कि तीन वित्तीय वर्ष से बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं होने से इन तीन वर्षों में करीब 7400 करोड़ का राजस्व अंतर (रेवन्यू गैप) हो गया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2200 करोड़, वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2600 करोड़ तथा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2500 करोड़ का रेवन्यू गेैप दिखाया गया है. जेबीवीएनएल ने इसके विरुद्ध खर्च के लिए 9000 करोड़ रुपये की जरूरत बतायी है. इसी आधार पर टैरिफ बढ़ाने का आग्रह किया गया है.
डीएस-1 ए (ग्रामीण बीपीएल) मीटर्ड 400 यूनिट तक 1.50 20 रु
डीएस-1 ए (ग्रामीण बीपीएल) मीटर्ड 400 यूनिट से अधिक 5.75 20 रु
डीएस-1 ए (ग्रामीण बीपीएल) अनमीटर्ड 1.25
डीएस-1 बी (ग्रामीण एपीएल) मीटर्ड 400 यूनिट तक 1.85 20 रु
डीएस-1 बी (ग्रामीण एपीएल) मीटर्ड 400 यूनिट से अधिक 5.75 20 रु
डीएस-1 बी (ग्रामीण एपीएल) अनमीटर्ड 2.25
डीएस अरबन
0-200 यूनिट 3.50 75 रु
200-400 यूनिट 4.20 75 रु
400 से अधिक 6.25 75 रु
कृषि 0.70 20/एचपी/माह