Loading election data...

झारखंड के इन तीन इंजीनियरिंग कॉलेज को एआइसीटीइ से मिली मान्यता, जानें कितनी सीटें की जा रही हैं निर्धारित

जमशेदपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में वांछित कागजात सहित आधारभूत संरचना में कमी तथा फायर फाइटिंग की व्यवस्था नहीं रहने के कारण एआइसीटीइ ने फिलहाल मान्यता नहीं दी है. इस बीच एआइसीटीइ ने पलामू पॉलिटेक्निक कॉलेज को भी शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए मान्यता प्रदान कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2021 7:02 AM
an image

GOVT Engineering Colleges In Jharkhand रांची : झारखंड में खुल रहे तीन सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज को अंतत: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) ने मान्यता दे दी है. इन्हें शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए मान्यता दी गयी है. जिन कॉलेजों को मान्यता दी गयी है, उनमें पलामू इंजीनियरिंग कॉलेज, कोडरमा इंजीनियरिंग कॉलेज अौर गोला इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं.

जमशेदपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में वांछित कागजात सहित आधारभूत संरचना में कमी तथा फायर फाइटिंग की व्यवस्था नहीं रहने के कारण एआइसीटीइ ने फिलहाल मान्यता नहीं दी है. इस बीच एआइसीटीइ ने पलामू पॉलिटेक्निक कॉलेज को भी शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए मान्यता प्रदान कर दी है.

सात पॉलिटेक्निक कॉलेजों को संबद्धता विस्तार :

साथ ही एआइसीटीइ ने राज्य में स्थित अन्य सात पॉलिटेक्निक कॉलेज, जिनमें लोहरदगा, खूंटी, हजारीबाग, बगोदर, जामताड़ा, गोड्डा व चतरा पॉलिटेक्निक कॉलेज शामिल हैं, को भी अगले सत्र के लिए संबद्धता विस्तार दे दिया है. एआइसीटीइ ने राज्य सरकार के आग्रह पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इसकी जानकारी उपलब्ध करा दी है.

अब पद सृजन की कार्रवाई हुई तेज, मंत्री ने प्रस्ताव को दी स्वीकृति :

एआइसीटीइ से मान्यता मिलने के बाद सरकार ने इन इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों कोे सुचारू रूप से चलाने के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों के पद सृजन की कार्रवाई तेज कर दी है.

उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के संबंधित प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री सह विभागीय मंत्री ने स्वीकृति दे दी है. अब इसे वित्त विभाग के पास भेजा जा रहा है. हर कॉलेज में 60 शिक्षक और लगभग 70 शिक्षकेतर कर्मचारी के पद सृजित किये जा रहे हैं. इसी प्रकार पॉलिटेक्निक कॉलेज में शिक्षक के 36 पद अौर कर्मचारी के 45 पद सृजित किये जा रहे हैं. वित्त विभाग सहित अन्य विभाग से स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे कैबिनेट की बैठक में अंतिम स्वीकृति दिलायी जायेगी. तीन इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन के लिए विभिन्न कोर्स में कुल 300-300 सीटें निर्धारित की जा रही हैं, जबकि जमशेदपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में 240 सीटें निर्धारित की जा रही हैं.

छह साल से बेकार पड़े थे भवन :

मान्यता नहीं मिलने के कारण पिछले छह साल से पलामू, कोडरमा, गोला व जमशेदपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में भवन बन कर बेकार पड़े थे. कुछ कॉलेजों में कोरोना काल में कोविड सेंटर बनाये गये थे. मान्यता मिलने के बाद अब सरकार इन कॉलेजों को कंस्ट्रक्शन कंपनी से भवन हैंडअोवर करने की कार्रवाई पूरी की जायेगी.

Posted By : Sameer Oraon

Exit mobile version