Prabhat Khabar Exclusive: बीसवीं सदी में जहां भालुओं का बसेरा था, अंग्रेजों ने एक अस्पताल की नींव रखी. विश्वयुद्ध के बाद यूरोपियन सैनिकों की मानसिक चिकित्सा के लिए यहां यूरोपियन मेंटल हॉस्पिटल की स्थापना हुई. वर्ष 1918 में स्थापित इस अस्पताल का नाम अब केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (सीआईपी कांके) है. यह अब झारखंड की राजधानी रांची के कांके ब्लॉक में स्थित है. बेंगलुरु के निम्हांस के बाद मानसिक रोगों के इलाज का सबसे बड़ा केंद्र सीआईपी कांके ही है.
सीआईपी कांके न केवल मानसिक रोगियों के इलाज का बड़ा केंद्र है, बल्कि यह एक बेहतरीन शिक्षण संस्थान भी है, जो देश को हर साल 34 साइकियैर्टिस्ट तैयार करके देता है. यूरोपियन सैनिकों के इलाज के लिए बने इस केंद्र में आज विश्वस्तरीय शोध हो रहे हैं. गरीबों को कम पैसे में बेहतरीन इलाज मिल रहा है.
सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकियैट्री (सीआईपी) कांके में अगर मरीज भर्ती हो जाये, तो उसके परिवार के लोगों की बड़ी चिंता दूर हो जाती है. इस अस्पताल में एडमिट मरीज को 2 महीने के लिए महज 600 रुपये का भुगतान करना पड़ता है. इसमें मरीज के रहने, खाने-पीने, इलाज, कपड़ा आदि के साथ-साथ दवाई का खर्च भी शामिल है.
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के डायरेक्टर जेनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) के अधीन काम करने वाले इस संस्थान का परिवेश तो मानसिक रोगियों के लिए बेहतरीन है ही, इसका आर्किटेक्ट भी विश्वस्तरीय है. लंदन के किंग्स कॉलेज और मॉर्शले हॉस्पिटल का आर्किटेक्ट सीआईपी कांके से ही प्रभावित है.
मानसिक आरोग्य के लिए जाने-जाने वाले भारत के सबसे बेहतरीन संस्थानों में एक सीआईपी रांची में झारखंड के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश के अलावा पूर्वोत्तर के राज्यों से भी बड़ी संख्या में मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं. यहां तक कि पड़ोसी देशों बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से भी लोग इलाज कराने रांची आते हैं.
यूरोपियन मेंटल हॉस्पिटल, जो अब सीआईपी कांके के नाम से दुनिया भर में मशहूर है, अपनी स्थापना के 105 साल पूरे कर चुका है. 17 मई 2023 को यह अस्पताल अपना 106ठा स्थापना दिवस मना रहा है. इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है, जिसमें वैश्विक मुद्दों पर एक्सपर्ट अपनी राय रखेंगे. ‘सीआईपी बुलेटिन 2023’ और ‘अलुमनाई न्यूजलेटर 2023’ का लोकार्पण भी होगा. स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में अस्पताल में इलाज करा रहे कई मरीजों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी.